अमित शाह ने कहा कि राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार चुनाव लडेंगे तो विजय नहीं होगी। चुनाव खुद का आधार बना कर लडना होगा। चुनाव लडने की धारणा को मजबूत करना होगा। हमको चुनाव के दौरान पचास प्रतिशत वोटों को सुबह दस बजे तक घर से निकालकर वोटिंग लाइन में लाना है। ऐसा हो गया तो चुनाव जीतेंगे। चुनाव को जाति से उपर उठाना है। चुनाव को साम्प्रदायिकता से उपर उठाना है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अविश्वास प्रस्ताव में जीत पर बधाई दी। राजे ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से जानती थी कि किसी भी स्थिति में सरकार नहीं गिरा सकती, फिर भी तेलगुदेशम के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाए। इतनी कोशिश कर ली, पिफर भी 126 वोट ही लेकर आए। यह सापफ मैसेज है कि आने वाला समय भी भाजपा का ही है। चुनाव का आगाज मान लेना चाहिए इसे।
प्रधानमंत्री बनने का सपना जो युवा सांसद ने देखा था, उसे तार—तार कर दिया गया। राहुल की मर्यादा कैसी रही। इस पर तो क्या कहें। ऐसी ही मर्यादा रही तो हमारा रास्ता आसान है। दो अप्रेल को एससी—एसटी एक्ट को खत्म करने की बात की, सडक पर आंदोलन करवाया। अब एससी के लोग कांग्रेस की चाल समझ गए है। कोई गुमराह नहीं होने वाला है। चुनाव का दौर आ गया है। कांग्रेस दिन को रात और रात को दिन बताने की कोशिश कर रही है। हमें अब सजग हो जाना चाहिए। कार्यसमिति में राष्ट्रिय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्टीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव समेत कई बडे नेता मौजूद रहे।