जब राजस्थान सरकार पर सियासी संकट आया था, तब भी केंद्र ने गजेंद्र शेखावत के कंधों पर पूरा मामले को संभालने की जिम्मेदारी तय की थी, हालांकि संकट टला और सचिन पायलट सहित अन्य नेताओं की वापसी होने के बाद कांग्रेस सरकार गिरने से बच गई। इसके बाद भी शेखावत का केंद्र में कद बरकरार है। ऐसे में शाह का उनको अपने साथ लाना भविष्य की राजनीति की ओर संकेत कर रहा है।
चौधरी को होर्डिंग से भी किया गायब जेईसीसी के बाहर एक होर्डिंग भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पोस्टर में कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का फोटो गायब है। जबकि पोस्टर में गजेंन्द्र सिंह शेखावत और अर्जुन मेघवाल को जगह मिली है। इसके अलावा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गुलाबचंद कटारिया, अरुण सिंह के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह और प्रधानमंत्री के फोटो को शामिल किया गया है।
प्रदेश कार्यसमिति में साथ बैठे पूनियां और राजे प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सतीश पूनियां और वसुंधरा राजे साथ—साथ बैठे नजर आए। पूनियां कई बार राजे से बतियाते दिखे। पूनियां ने अपने भाषण में भी राजे सरकार की योजनाओं की तारीफ की।