आंवला खाने से शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और दिल की बीमारियां होने की आशंका कम होती है। दूसरी तरफ आंवला अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इसके सेवन से हृदय की बीमारियों से हमें राहत मिलती है।
शहद के साथ आंवले का रस पीने से दृष्टि में सुधार होता है। यह अंतर-ओक्यूलर तनाव को कम कर, निकटता और मोतियाबिंद में सुधार करता है। विटामिन ए और कैरोटीन मेक्यूलर डिएनेजरेशन, रात का अंधापन को कम करता है।
आंवला पाचन में भी फायदेमंद होता है। इसे खाने से कब्ज, खट्टी डकार और गैस की समस्या से राहत मिलती है। आंवले को किसी न किसी रूप में डाइट में शामिल करना चाहिए। आंवले को चटनी, मुरब्बा, अचार, जूस या चूरन के रूप में खा सकते हैं।
आंवले में बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन से लडऩे की क्षमता होती है। आंवला खाने से हमारी बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ती है, जिससे हम बीमारियों से बचते हैं। आंवला बॉडी में मौजूद टॉक्सिन यानि विषेले पदार्थों को बाहर निकाल देता है। आंवला खाने से सर्दी-जुकाम, अल्सर और पेट के इंफेक्शन से मुक्ति मिलती है।
आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोकने में सहायक होते हैं। यह फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को नियंत्रित कर, बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करते हैं। आंवला और हल्दी का सेवन फायदेमंद होता है।
आंवला कोशिकाओं के पृथक समूह को उत्तेजित करता है जो हार्मोन इंसुलिन को छिपाने के साथ-साथ मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा को कम करते हैं और शरीर को संतुलित और स्वस्थ रखते हैं। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
आंवले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें विटामिन-सी भी होता है जो हड्डियों को मजबूती देता है। कोशिश करें कि हर रोज आंवले का रस या थोड़ा आंवला अपने आहार में शामिल करें। हड्डियां मजबूत होगी और हड्डियों की बीमारी का खतरा कम होगा।