जाल बिछाया किया गिरफ्तार
बस्सी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने से पहले पीसीपीएनडीटी टीम ने आरोपी दलालों व एएनएम को पकडऩे के लिए जाल बिछाया। टीम ने दलाल एएनएम कमला से फोन पर भ्रूण Ling की जांच करवाने की बात कही इस पर दलाल ने डिकाय गर्भवती महिला और सहयोगी को बूंदी के हिंडौली के पास बुलाया वहा से अपनी गाड़ी से डिकाय महिला को जयपुर के बस्सी अपनी बेटी प्रियंका के पास भिजाया।
यहा सीएचसी में कार्यरत प्रियंका ने सहयोगी को अपने सरकारी आवास पर छोडकर खुद डिकाय गर्भवती महिला की सीएचसी पर रैफरल स्लिप बनवाकर सामने ही स्थित निजी सोनोग्राफी सेंटर पर सामान्य सोनोग्राफी करवाई। इसके बाद डिकाय को लेकर वापस अपने क्वार्टर आ गई। इसके बाद प्रियंका ने मनगंढत तरीके से फोन पर चिकित्सक से नाटकीय तरीके से बात की और Fetal Gender के बारे मे जानकारी दी। इसके बाद सहयोगी ने गर्भपात के बारे मे भी बात की। प्रियंका ने फोन लगाए लेकिन चिकित्सक ने उपलब्ध न होने की स्थिति मे बुधवार को आने को कहा इसके बाद सहयोगी का इशारा मिलते ही टीन ने दोनों मां-बेटी दलाल कमला और प्रियंका को गिरफ्तार की लिया व साथ ही जिस बोलेरो में ये आए थे उसके चालक दुर्गेश मेघवाल को भी गिरफ्तार कर लिया।
तीन साल से कार्यरत थी
बस्सी सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश मित्तल ने बताया कि बस्सी सीएचसी मे तीन साल से एएनएम के पद पर कार्यरत थी। उन्होंने बताया ऐसे मामले की भनक तक उन्हें आज तक नहीं लगी।
सबसे बड़ा सवाल, कहां करवाती थी गर्भपात
Fetal Gender Testing करवाने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ये गर्भपात कहा करवाती थी। इसके चलते कई शक के दायरे में है। यह उनसे गर्भपात के लिए मोटी रकम भी वसूलती थी। इसकी जांच भी की जा रही है।