दरअसल, पोकरण स्थित सैन्य छावनी की सीमा के पास थानाधिकारी माणकराम विश्नोई की पत्नी के नाम से एक भूखण्ड है, जहां मकान का निर्माण करवाया जा रहा है। रविवार शाम सेना के जवान कार्यस्थल पर पहुंचे
काम रोकने का कहा, लेकिन श्रमिक नहीं रुके। इसके चलते जवानों ने श्रमिकों के साथ मारपीट कर दी।
इसकी सूचना मकान मालिक थानाधिकारी को दी। थानाधिकारी नेे मौके पर सेना के अधिकारियों को पत्नी के नाम से जारी पट्टा व रजिस्ट्री दिखाई तथा काम नहीं रुकवाने के लिए आग्रह किया। जिस पर सेना के अधिकारी व जवान भड़क गए तथा थानाधिकारी व पुलिस जाब्ते के साथ भी मारपीट करने लगे और उनका कैमरा छीन लिया।
इस बीच पुलिस सेना के तीन जवानों को दस्तयाब कर थाने ले गई। पीछे-पीछे सेना के अधिकारी व जवान भी थाने पहुंचे। ऐहतियात के तौर पर थाने में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस को गेट बंद करने पड़े तथा छत पर भी सशस्त्र जवान तैनात किए गए।
समझौते के बाद सुलझा मामला
मामले के चलते सेना मुख्यालय से अधिकारी थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक विनोदकुमार सीपा व थानाधिकारी के साथ बातचीत की। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि छावनी की 100 मीटर की परिधि में नियमानुसार कोई भवन निर्माण कार्य नही करवाया जा सकता है। इसी के चलते कार्य को रुकवाया गया है, लेकिन गलतफहमी में सेना के जवानों व पुलिस के बीच विवाद व तकरार हो गई। वार्ता के बाद मामला शांत हो गया। इस संबंध में पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया है।