गवाहों पर खौफ का असर, गवाह महेंद्र ने कहा...
आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले लगातार उन पर हो रहे हमले की शिकायत करते रहे हैं। मामले को लेकर हो रही देरी के कारण पिछले साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को फटकार लगाई थी। उसका कहना था आसाराम के खिलाफ गवाह देने वालों को धमकाया जा रहा है। नारायण साई के निजी सचिव के तौर पर काम कर चुके महेंद्र ने तक़रीबन 10 साल तक एक सेवादार की तरह आसाराम के आश्रमों में अपनी सेवाएं दी हैं। महेंद्र को शक है की उस पर फिर से जानलेवा हमला हो सकता है। उनका मानना है की अभी उन्हें इतना डर नहीं है जितना आसाराम पर फैसला आने के बाद होगा। हालांकि 3 पुलिस वालों की एक टुकड़ी 24 घंटे उनके साथ चलती है लेकिन महेंद्र के चेहरे पर तनाव और डर साफ़ नज़र आता है। आसाराम के ख़िलाफ़ जोधपुर और सूरत में जारी बलात्कार के दो बड़े मुकदमों में गवाही दी है।
आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले लगातार उन पर हो रहे हमले की शिकायत करते रहे हैं। मामले को लेकर हो रही देरी के कारण पिछले साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को फटकार लगाई थी। उसका कहना था आसाराम के खिलाफ गवाह देने वालों को धमकाया जा रहा है। नारायण साई के निजी सचिव के तौर पर काम कर चुके महेंद्र ने तक़रीबन 10 साल तक एक सेवादार की तरह आसाराम के आश्रमों में अपनी सेवाएं दी हैं। महेंद्र को शक है की उस पर फिर से जानलेवा हमला हो सकता है। उनका मानना है की अभी उन्हें इतना डर नहीं है जितना आसाराम पर फैसला आने के बाद होगा। हालांकि 3 पुलिस वालों की एक टुकड़ी 24 घंटे उनके साथ चलती है लेकिन महेंद्र के चेहरे पर तनाव और डर साफ़ नज़र आता है। आसाराम के ख़िलाफ़ जोधपुर और सूरत में जारी बलात्कार के दो बड़े मुकदमों में गवाही दी है।
5 सालों से आसाराम जेल में बंद है…
पिछले पांच सालों में आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले खौफ के साए में जी रहे हैं। अब तक 10 गवाहों पर जानलेवा हमले हो चुके हैं।
पिछले पांच सालों में आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले खौफ के साए में जी रहे हैं। अब तक 10 गवाहों पर जानलेवा हमले हो चुके हैं।
इन 10 गवाहों पर हुए जानलेवा हमले…
1. आसाराम के खिलाफ चल रहे रेप मामले के मुख्य गवाह कृपाल सिंह को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के पुवायन इलाके में गोली मार दी गई थी। मगर वह इस हमले में बच गए थे।
2. किसी जमाने में आसाराम के बेहद खास रहे दिनेश गुप्ता की उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सरेआम हत्या कर दी गई थी।
3. अखिल गुप्ता करीब 10 साल तक आसाराम के साबरमती आश्रम में रसोइया रहा। सूरत में दो बहनों के साथ रेप मामले में वह मुख्य गवाह था। उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
4. आयुर्वेद डॉक्टर अमरुत प्रजापति ने लगभग 12 साल तक आसाराम और उनके परिवार का इलाज किया। वह सूरत में दो बहनों के साथ रेप मामले में सरकारी गवाह बने। राजकोट में उन्हें गोली मार दी गई।
5. महेंद्र चावला आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं के खास लोगों में से एक थे। वह नारायण साईं के खिलाफ रेप मामले में गवाह थे। पानीपत में बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। मगर उन्हें बचा लिया गया।
6. आसाराम के आश्रम के पूर्व कार्यकर्ता सचान रेप मामले में गवाह हैं। उन पर जोधपुर कोर्ट के बाहर चाकू से जानलेवा हमला हुआ।
7. आसाराम के आश्रम के पूर्व कर्मचारी राजू चंदोक पर अहमदाबाद में गोलियां चलाई गई थीं। जिसमें वह बाल—बाल बच गए थे।
8. सूरत आसाराम के निकट सहयोगी रहे दिनेश बागचंदानी आसाराम के खिलाफ रेप मामले में मुख्य गवाह हैं। उन पर सूरत में हमलावरों ने तेजाब फेंका था।
9. विमलेश ठक्कर आसाराम की एक साधिका के पति हैं। इस साधिका ने नारायण साईं पर उनके जहांगीरपुरा आश्रम में यौन हमले का आरोप लगाया था। विमलेश पर चाकुओं से हमला किया गया था।
10. राकेश पटेल का सूरत में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का कारोबार है। उन्होंने कई मौकों पर आसाराम और उनके परिवार की तस्वीरें उतारी हैं। मामले में उन्हें गवाह बनाया गया था। सूरत में उनपर भी हमला हुआ था।
1. आसाराम के खिलाफ चल रहे रेप मामले के मुख्य गवाह कृपाल सिंह को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के पुवायन इलाके में गोली मार दी गई थी। मगर वह इस हमले में बच गए थे।
2. किसी जमाने में आसाराम के बेहद खास रहे दिनेश गुप्ता की उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सरेआम हत्या कर दी गई थी।
3. अखिल गुप्ता करीब 10 साल तक आसाराम के साबरमती आश्रम में रसोइया रहा। सूरत में दो बहनों के साथ रेप मामले में वह मुख्य गवाह था। उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
4. आयुर्वेद डॉक्टर अमरुत प्रजापति ने लगभग 12 साल तक आसाराम और उनके परिवार का इलाज किया। वह सूरत में दो बहनों के साथ रेप मामले में सरकारी गवाह बने। राजकोट में उन्हें गोली मार दी गई।
5. महेंद्र चावला आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं के खास लोगों में से एक थे। वह नारायण साईं के खिलाफ रेप मामले में गवाह थे। पानीपत में बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। मगर उन्हें बचा लिया गया।
6. आसाराम के आश्रम के पूर्व कार्यकर्ता सचान रेप मामले में गवाह हैं। उन पर जोधपुर कोर्ट के बाहर चाकू से जानलेवा हमला हुआ।
7. आसाराम के आश्रम के पूर्व कर्मचारी राजू चंदोक पर अहमदाबाद में गोलियां चलाई गई थीं। जिसमें वह बाल—बाल बच गए थे।
8. सूरत आसाराम के निकट सहयोगी रहे दिनेश बागचंदानी आसाराम के खिलाफ रेप मामले में मुख्य गवाह हैं। उन पर सूरत में हमलावरों ने तेजाब फेंका था।
9. विमलेश ठक्कर आसाराम की एक साधिका के पति हैं। इस साधिका ने नारायण साईं पर उनके जहांगीरपुरा आश्रम में यौन हमले का आरोप लगाया था। विमलेश पर चाकुओं से हमला किया गया था।
10. राकेश पटेल का सूरत में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का कारोबार है। उन्होंने कई मौकों पर आसाराम और उनके परिवार की तस्वीरें उतारी हैं। मामले में उन्हें गवाह बनाया गया था। सूरत में उनपर भी हमला हुआ था।