गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान 30-40 सालों से अटके जमीनी पट्टों की स्वीकृतियां भी जारी की गईं। बढ़ती आबादी के युग में भी कांग्रेस पार्टी ने शहरों का सर्वांगीण विकास किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपील की है कि जनता इन चुनावों में पुन: आशीर्वाद देकर कांग्रेस के बोर्ड बनाए और अपने कस्बों और शहरों में विकास के लिए कड़ी से कड़ी जोड़े।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न समस्याओं को दूर कर प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए कृतसंकल्प है।
गहलोत ने कहा कि ये नहीं भूलना चाहिए कि बीजेपी ने पंचायतीराज चुनाव के नतीजों पर संख्या बल के आधार पर प्रदेश से राष्ट्रीय स्तर पर जीत का ढिंढोरा पीटा लेकिन जब परिणाम सामने आए तो यह झूठ सामने आ गया। कांग्रेस ने बीजेपी के बराबर 98 प्रधान बनाए। पंचायत समिति चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत भी बीजेपी से ज्यादा था। गहलोत ने कहा जब प्रदेश की सरकार और कांग्रेस का संगठन कोरोना प्रबंधन में लगा हुआ था तब बीजेपी नेताओं ने सहयोग करने की बजाय गांवों में जाकर भ्रामक प्रचार किया जिसके कारण जनता को गुमराह करने में सफल हो गए। लेकिन इनके 15 दिन बाद ही हुए 50 नगरीय निकाय चुनावों में बीजेपी की पोल खोल गई। बीजेपी के जीते पार्षदों की संख्या कांग्रेस और निर्दलीयों से भी कम रही। बीजेपी तीसरे स्थान पर पहुंच गई। कांग्रेस ने 50 में से 38 निकायों में बोर्ड बनाया। अब 28 जनवरी के चुनाव में भी जनता पुन: कांग्रेस को आशीर्वाद और बीजेपी को शिकस्त देगी।