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गहलोत सरकार के मंत्री डॉ कल्ला बोले, ‘दुष्कर्म की घटनाओं के लिए मोबाइल-इंटरनेट ज़िम्मेदार’

locationजयपुरPublished: Dec 02, 2019 03:38:32 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

राजस्थान के टोंक में छह वर्षीय मासूम की रेप के बाद हत्या मामले में गहलोत सरकार के काबीना मंत्री डॉ बीड़ी कल्ला ( BD Kalla ) ने बड़ा बयान दिया है। दुष्कर्म की घटनाओं पर मीडिया के सवाल पर डॉ कल्ला ने इसे संस्कारों की कमी की वजह से होने की बात कही। उनका बयान अब चर्चा का विषय बन गया है।

Ashok Gehlot Minister BD Kalla controversial statement
जयपुर।

राजस्थान के टोंक में छह वर्षीय मासूम की रेप के बाद हत्या मामले में गहलोत सरकार के काबीना मंत्री डॉ बीड़ी कल्ला ( bd kalla ) ने बड़ा बयान दिया है। दुष्कर्म की घटनाओं पर मीडिया के सवाल पर डॉ कल्ला ने इसे संस्कारों की कमी की वजह से होने की बात कही। उनका बयान अब चर्चा का विषय बन गया है।

ये बोल गए डॉ कल्ला
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में नियमित जनसुनवाई के लिए पहुंचे जलदाय मंत्री डॉ बीड़ी कल्ला से मीडिया ने टोंक में 6 वर्षीय मासूम का रेप के बाद मर्डर होने के सन्दर्भ में सवाल किया था। इसपर डॉ कल्ला ने जो प्रतिक्रिया दी वो सुनकर सभी हैरान रह गए।

डॉ कल्ला ने कहा, ‘दुष्कर्म की घटनाएं संस्कारों में कमी की वजह से हो रही हैं। मोबाइल और इंटरनेट पर गलत सामग्रियां परोसी जा रही है, जिससे बच्चे बिगड़ रहे हैं।’


अपने बात को आगे बढ़ाते हुए डॉ कल्ला ने लोगों से बच्चों को मोबाइल से दूर रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से इंटरनेट पर परोसी जा रही गलत सामग्रियों पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने तक की मांग की।

डॉ कल्ला ने कहा, ‘सिनेमा में गलत तरह से चित्रण भी दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है। ज़रुरत है कि सिनेमा को भी अच्छे तरह से सेंसर किया जाए।’


जलदाय मंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, ‘बच्चों को ऐसे संस्कार दिए जाएं कि वो पराई स्त्री को भी अपनी मां और बहन समझें। हमें भी बचपन में ऐसे ही संस्कार दिए गए थे।’
जनसुनवाई में सुनी शिकायतें

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने जनसुनवाई की। इस दौरान कल्ला ने आमजन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायतें सुनी और उन्हें निपटाने के निर्देश दिए। जन सुनवाई के दौरान ज्यादा भीड़ नहीं थी और कांग्रेस कार्यकर्ता भी कम ही थे।

कल्ला के साथ प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जन सुनवाई के दौरान कुछ समस्याओं का तो अधिकारियों को फोन करके निस्तारण के लिए कहा वहीं कई समस्याओं को सम्बन्धित विभागों में भेजने के निर्देश दिए गए।

गौरतलब है कि पीसीसी में हर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 11 बजे से जन सुनवाई होती है और इसमें अलग अलग मंत्री बैठकर आम जन और कांग्रेस कार्यकर्ता की समस्याएं सुनते है। पीसीसी के बाद अब ये जन सुनवाई जिलों में भी की जाने की तैयारियां शुरु हो गई है।
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