वन महोत्सव समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं होती है तो सबको दुख होता है, ऐसी घटनाओं को पूरा समाज चाहे वह हिन्दू हो, मुस्लिम हो, या फिर कोई भी बिरादरी के हो सबको उस रूप में निंदा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा आरोपी को इसकी सजा मिले ये भावना सभी की है, लेकिन भाजपा के लोग हर चीज को धर्म के नाम से जोड़ करके राजनीति करने लग जाते हैं जो कि अच्छी बात नहीं है। गहलोत ने कहा कि ऐसी घटनाएं देश में भी होती है और प्रदेश में भी होती है, लेकिन वह इसकी दूसरे राज्यों से तुलना करना नहीं चाहते, अन्य राज्यों के मुकाबले में हमारी पुलिस मुस्तैद बने और नंबर एक पर आए। यही हम सबकी कोशिश होनी चाहिए।
बता दें कि गुरुवार को अखबार के पैसे लेने हॉकर मन्नू वैष्णव की रफीक खान नाम के व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से गर्दन काट कर निर्मम हत्या कर दी, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और पीड़ित परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने पुलिस थाने का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और थाने पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस लाठीचार्ज में 20 लोग घायल हो गए। वहीं लाठी चार्ज के विरोध में बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा, रामचरण बोहरा, और विधायक अशोक लाहोटी के अलावा भाजपा के कई नेता धरने पर बैठ गए।