राजस्थान के धुरंधर तीरंदाज़ रजत चौहान ने एक बार फिर देश को फक्र करवाया है। चौहान ने जकार्ता में खेले जा रहे 18वें एशियाई खेलों की तीरंदाजी टीम स्पर्धा के फाइनल में भारत की झोली में रजत पदक दिलाया है। भारतीय पुरूष तीरंदाज़ी टीम को कोरिया के खिलाफ यहां कड़े संघर्ष के बावजूद फाइनल में पराजित होकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। रजत चौहान के अलावा भारतीय टीम में तीरंदाज़ अमान सैनी और अभिषेक वर्मा भी थे। कोरिया ने भारतीय टीम को करीबी संघर्ष में शिकस्त दी। 229-229 के एक समान स्कोर के बाद शूटऑफ में कोरिया स्वर्ण जीतने में कामयाब रहा।
भारतीय तिकड़ी चौथे सेट के बाद कोरिया से एक अंक से आगे चल रही थी। लेकिन उनके जश्न को उस समय झटका लग गया जब रिव्यू में कोरियाई टीम के एक खिलाड़ी के 9 के स्कोर को 10 आंका गया, इससे दोनों टीमें एक समान स्कोर पर आ गयीं। स्वर्ण के लिये कराये गये शूटऑफ में कोरिया ने एक इनर 10 (बुल्स आई के सबसे निकट), और एक 10 एवं 9 का शॉट लगाया और विजेता बन गयी जबकि भारतीय टीम ने दो 10 और एक 9 का शॉट लगाया और उसे रोमांचक मुकाबले में हारकर महिला टीम की ही तरह रजत से संतोष करना पड़ गया।
इधर, भारतीय महिला टीम को भी कम्पाउंड वर्ग के फाइनल में कोरिया ने 231-228 से पराजित होना पड़ा। मुस्कान किरण, मधुमिता कुमारी और ज्योति सुरेखा की भारतीय महिला कम्पाउंड तीरंदाज़ी टीम ने कोरियाई टीम को कड़ी टक्कर दी और पहला सेट 59-57 से अपने नाम किया, लेकिन दूसरे सेट में वह दो अंक पिछड़कर 56-58 से हार गई।
तीसरा सेट भी रोमांचक रहा जिसमें दोनों टीमें 58-58 की बराबरी पर रहीं। चौथे निर्णायक सेट में हालांकि कोरियाई टीम काफी आत्मविश्वास में दिखाई दी और उसने शुरूआत में ही दो परफेक्ट 10 के साथ 20-0 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी मुस्कान किरण ने पहले दो तीरों पर 9-9 के शॉट लगाये। हालांकि तीसरे शॉट पर परफेक्ट 10 से भारत को कुछ राहत मिली लेकिन अगले दो तीरों पर 8 और 9 के शॉट से वह स्वर्ण पदक से दूर हो गया। आखिरी तीर पर ज्योति सुरेखा ने 10 का स्कोर किया और भारतीय टीम यह सेट 55-58 से हार कर स्वर्ण गंवा बैठी।