जयपुर के लोगों के 28 लाख रुपए निकाले गए, लेकिन क्राइम ब्रांच को आरोपितों से कुल 53 लाख रुपए मिले और गिरोह का सरगना ड्यूइसा बोगडन साढ़े पांच माह पहले भारत आ गया था और वे एक माह मुम्बई और फिर तीन सप्ताह आगरा में ठहरा। इसके बाद जयपुर आकर त्रिवेणी नगर में किराए से फ्लैट ले लिया। यहां हैप्पी नाम के कार चालक के जरिए राजापार्क स्थित ट्रैवल संचालक से मिला और रोमानिया में बैठे अपने अन्य जालसाज साथियों का आने-जाने का टिकट 2 लाख रुपए देकर बुक करवाया था। दोनों साथियों के आने पर तीनों त्रिवेणी नगर में रहने लगे और दुर्गापुरा व महेश नगर क्षेत्र के एटीएम से क्लोन बना ले गए।
– सरगना ने मुम्बई व आगरा में की है वारदात – शहर के ट्रैवल संचालक से दो लाख में करवाई थी टिकट बुक सरकारी खजाने में जाएंगे 25 लाख आगरा व मुम्बई पुलिस की तरफ से वहां ठगी के मामले दर्ज होने की कोई जानकारी जयपुर कमिश्ररेट को नहीं भेजी गई है और जबकि जयपुर कमिश्ररेट पुलिस का कहना है कि आरोपितों से जयपुर के लोगों के मिले 28 लाख रुपए के अलावा 25 लाख रुपए भी इसी तरह वारदात के हैं और अन्य स्टेट की पुलिस दावा नहीं करती तो 25 लाख रुपए न्यायालय से आदेश लेकर सरकारी खजाने में जमा करवा दिए जाएंगे।
अब बोल रहे फर्राटे से अंग्रेजी रोमानिया के जालसाजों से पूछताछ में भाषा को लेकर दिक्कत आ रही थी और दुभाषिया मिला नहीं, लेकिन पुलिस ने सख्ती की तो वे फर्राटे से अंग्रेजी बोल लेते हैं और पहले पुलिस पूछताछ से बचने के लिए भाषा को लेकर अनभिज्ञता जता रहे थे।