कोरोना संक्रमित होने के बाद अग्रवाल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ जिस कारण उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार शाम को गंगानगर में किया जाएगा। गौरतलब है कि बीडी अग्रवाल श्रीगंगानगर में अपनी ग्वार गम कंपनी चला रहे थे। लेकिन वे गंगानगर में मेडिकल कालेज के लिए एक सौ करोड़ का चेक काटने के बाद चर्चा में आये थे। उन्हें श्रीगंगानगर में पहली निर्यातक कंपनी बनाने का भी श्रेय जाता है।
राजनीति में एंट्री:
अग्रवाल ने जमींदारा पार्टी के माध्यम से राजनीति में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव में बीडी अग्रवाल ने जमींदारा पार्टी का गठन किया और प्रदेशभर में पार्टी के प्रचार में उतरे। नतीजा ये रहा कि उनकी पार्टी के दो विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे। श्रीगंगानगर से उनकी बेटी कामिनी जिंदल और रायसिंहनगर से सोना देवी बावरी चुनाव जीतकर विधायक बनीं।