साइना का जन्म हरियाणा में हुआ है, वहीं उनके पिता मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वह जाट समुदाय से आती हैं, ऐसे में भाजपा दिल्ली चुनाव प्रचार में उतार कर ट्रंप कार्ड के तौर पर आजमा सकती है। भाजपा में शामिल होने के बाद साइना नेहवाल ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी से मुझे बहुत प्रेरणा मिलती है। मुझे खुशी है कि मैं भाजपा का हिस्सा बनी हूं, जो देश के लिए काम कर रही है, मुझे उम्मीद है कि मैं पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरूंगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कई खिताब जीते हैं लेकिन आज ऐसी पार्टी में शामिल हो रही हूं जो देश के लिए अच्छा काम कर रही है। मेहनती खिलाड़ी होने के कारण मुझे उन लोगों के साथ काम करना पसंद है जो कड़ी मेहनत करते है। उन्हें बैडमिंटन की प्रतिभा उनके माता पिता से विरासत में मिली थी।
साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990 को हरियाणा के हिसार में एक जाट परिवार में हुआ था। उनके के पिता हरवीर सिंह नेहवाल हरियाणा के हिसार एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में साइंटिस्ट थे, इनकी मां उषा रानी राज्य की बैडमिंटन खिलाड़ी थीं। हालांकि साइना के पिता मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत के रहने वाले हैं। वह हिसार में नौकरी करते थे। इस तरह से साइना का उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों राज्य से रिश्ता है। साइना के पिता हरियाणा से हैदराबाद शिफ्ट हो गए तो साइना ने अपनी स्कूल की पढ़ाई हिसार से ही शुरू की, लेकिन अपने पिता के ट्रांसफर के चलते उन्हें कई बार स्कूल बदलने पड़े। साइना ने 12वीं हैदराबाद के सेंट एनएस कॉलेज से किया था।
साइना को आठ साल की उम्र में ही उनके पिता ने उन्हें बैडमिंटन सिखाने का फैसला कर लिया था, वे उन्हें हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम ले गए, जहां साइना कोच ‘नानी प्रसाद’ के अंडर में बैडमिंटन सिखने लगीं। इसके बाद से साइना ने पलटकर नहीं देखा और कामयाबी की बुलंदियों को छूते हुए दुनिया में भारत का नाम रोशन किया।