पूछताछ में आरोपी शिप्रा दास उर्फ पायल ने बताया कि वर्ष 2008 में वह एक बार में डांसर थी। वहां उसे ड्रग्स की लत लग गई। ड्रग की आदी होने पर तस्करों से संपर्क बढऩे लगे। जिसके बाद वह जयपुर, जोधपुर, उदयपुर के अलावा, मुम्बई, गोवा, दिल्ली, बैंगलोर सहित कई शहरों में खुद ड्रग्स सप्लाई करने लग गई। पश्चिम बंगाल की युवतियों को बंधक बनाकर देह व्यापार करवाने के मामले में सीबीआई उसे गिरफ्तार कर चुकी है। डेढ़ वर्ष तक तिहाड़ जेल में रहने के दौरान पति ने तलाक दे दिया। जेल से छूटने के बाद शिप्रा दास गुडगांव की एक होटल में कमरा लेकर एक युवक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी और वहां से वापस वेश्यावृति में उतर गई।
आरोपी तरूण से पूछताछ में सामने आया है कि वह मूलत: पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। मुम्बई की कई होटलों में वह बर्तन धोने का काम करता था। इस दौरान ड्रग्स का आदी हो गया। पिछले करीब 16 वर्ष पूर्व जयपुर आकर हुक्का बार में काम किया। उसके बाद ट्यूर एण्ड ट्रेवल्स और इवेंट का काम शुरू किया। इस दौरान पार्टियों व होटलों में लोगों से जान-पहचान होने के बाद ड्रग्स की तस्करी में उतर गया।
डिमांड के अनुसार सप्लाई