कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ को इंप्रूव करें
जौ में पाए जाने वाले पोषक तत्व खराब कोलेस्ट्रोल को कम करने के साथ ही अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने का काम भी करते हैं। इसमें घुलनशील फाइबर पाया जाता है जो ब्लड वैसल्स में से कोलेस्ट्रोल को कम करने का काम करता है। इस तरह जौ के पाउडर का सेवन करने से कोरोनरी हार्ट डिजीज का रिस्क कम हो जाता है।ऑस्टिोओपोरोसिस में फायदेमंद
हड्डियों के कमजोर होने और बोन डेनसिटी के कम होने से ऑस्टिोओपोरोसिस का खतरा हो जाता है। इतना ही नहीं, जौ के सेवन से मोनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डियों संबंधी परेशानी भी कम होती है। दरअसल, जौ में फास्फोरस, कॉपर और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं।डायबिटीज को करे कंट्रोल
जौ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें अघुलनशील फाइबर भी होता है जो ब्लड शुगर को कम करने का काम करता है। डायबिटीज के मरीजों को उबले हुए जौ खाने चाहिए।कैंसर की आशंका होगी कम
जौ के सेवन से हार्मोंस संबंधी समस्याओं को कम किया जा सकता है। कुछ अध्ययनों से सामने आया कि जौ में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो ब्रेस्ट कैंसर की आशंका को २० फीसदी तक कम करता है। इतना ही नहीं, जौ के सेवन से गॉलस्टोन की समस्या को भी कम किया जा सकता है। जौ में घुलनशील और अघुलनशील, दोनों तरह के फाइबर होते हैं।