जयपुर ही नहीं अजमेर, टोंक, दौसा सहित कई अन्य जिलों से भी छात्र जयपुर आ रहे हैं। छात्रों ने बताया कि वहां जिला शिक्षा अधिकारी ही जयपुर भेज रहे हैं।
केस 1 – मेरा घर हिंगोनिया में है और इन्टर्नशिप के लिए स्कूल खाचरियावास में आया है। जब इन्टर्नशिप के लिए पोर्टल पर स्कूलों का विकल्प भरने लगे तो पास के कोई स्कूल दिख ही नहीं रहे थे। घर में दो साल का बेटा है। परिवार की जिम्मेदारी भी है। ऐसे में रोजाना इतनी दूर नहीं जा सकती।
– रिंकू वालिया, हिंगोनिया, जयपुर
– रेखा कुमारी दोबी, तहसील टोडारायसिंह, टोंक जिला
– राजकुमार मीणा, जयपुर
– चित्रा सैनी, टोंक – सरकार को छात्रों की परिवेदना लेकर ऑनलाइन पोर्टल में संशोधन का विकल्प चालू करना चाहिए। ताकि छात्र-छात्राओं की परेशानी दूर हो सके।
– विपिन प्रकाश शर्मा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा संघ