वैट की दरें कम करने के सवाल पर सैनी ने कहा कि मैं यहां की सरकार और मुख्यमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने जनता की आवाज को पहचानकर वैट 4 फीसदी कम किया है। मेरे पास कई लोगों के फोन आ रहे हैं कि इस कदम से उन्हें रिलीफ मिला है।
गांवों में भारत बंद बेअसर
वहीं आपको बता दें कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से लगातार बढ़ाई जा रही पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की दरों के विरोध में कांग्रेस के भारत बंद का असर गांवो में बेअसर रहा। पाली जिले की सबसे बड़ी ग्राम निमाज में भी बंद का असर देखने को नहीं मिला। कुछेक दुकानों को छोड़कर बाजार खुले रहे। हालांकि रविवार देर शाम को माइक घुमाकर बाजार बंद का आह्वान किया गया था। लेकिन रोजाना की तरह दुकानें खुली ही रहीं। देश की जनता की आवाज को मजबूत करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाकर पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दाम कम करवाने के लिए प्रात: 9 से दोहपर 3 बजे तक पूरा भारत बंद करवाए जाने की कांग्रेस ने पहल की थी। इधर व्यापारियों का कहना है कि व्यापारी आए दिन बंद को लेकर असमंजस की स्थिति में रहते हैं।
पेट्रोलियम पदार्थों की लगातार हो रही वृद्धि के विरोध में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों द्वारा आज भारत बंद का आह्वान किया गया है, लेकिन नोखा विधायक और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के विधानसभा क्षेत्र में आज बंद बेअसर दिखाई दिया। कस्बे के बाजार आम दिनों की तरह खुले हुए हैं, दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों में व्यापार कर रहे हैं, वही दैनिक मजदूर वर्ग भी ठेलों पर और सड़कों पर फेरी लगाकर सामान बेचने वाले भी बाजार में बैठकर मजदूरी कर रहे हैं। आम दिनों की तरह सरकारी और निजी विद्यालयों में छात्रों की आवाजाही बनी हुई है। सड़को पर यातायात भी आम दिनों की तरह सामान्य है।
यहां रहा मिला जुला असर
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रस के देशव्यापी बंद के आह्वान का डूंगरपुर में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। सुबह रोज की तरह बाजारों में हलचल शुरू हुई। पेट्रोल पंप, होटलें, चायपान की थड़ियां रोज की तरह खुली। सुबह करीब साढ़े आठ बजे कांग्रेस कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों पर रैली के रूप में निकले तथा दुकानें बंद कराई। हालांकि रैली गुजरे के तुरंत बाद लोगों ने दुकानों के आधे शटर खोल दिए। कांग्रेस कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए लगातार शहर का भ्रमण कर रहे हैं तथा एक-एक व्यापारी से पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस सिलेण्डर के दामों की कमी को लेकर हाथ जोड़ कर बंद करा रहे हैं। लगातार रैली निकालने से इक्का-दुक्का व्यापारी जो दुकान खोल कर बैठे थे। उन्होंने भी बंद कर दिए। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का मिला-जुला ही असर देखने को मिला। सागवाड़ा, आसपुर, चीखली, बिछीवाड़ा, सीमलवाड़ा आदि कस्बों में भी कमोबेश यही स्थिति रही।