– विकलांगों को चिह्नित करेगा और मतदान स्थल तक लाने और वापस भेजने की व्यवस्था आयोग करेगा।
– पोलिंग बूथ पर मतदाता सहायता केंद्र बनेंगे। फैक्ट फाइल
सर्वाधिक 4.41 लाख मतदाता बीकानेर नगर निगम में
सबसे कम 957 मतदाता नसीराबाद नगर पालिका में
49 निकायों में 2105 वार्ड, 3479 मतदान केंद्र
2014 के निकाय चुनाव में 43 पालिका में 29.40 लाख मतदाता थे। इस बार इन्हीं 43 निकायों में 32.30 लाख मतदाता हैं। नव सृजित छह नगर पालिकाओं में भी 69 हजार मतदाता हैं।
खर्चा (रुपए में)————–2014———2019
निगम प्रत्याशी ——— 80 हजार—– 2.5 लाख
परिषद प्रत्याशी ———60 हजार —– 1.5 लाख
पालिका प्रत्याशी ———40 हजार —– 1.0 लाख निकाय चुनाव से पहले सरकार देख रही है अपना कम्फर्ट जोन
निकाय चुनाव से पहले सरकार हर हाल में अपने मंत्रियों और विधायकों का कम्फर्ट जोन देख रही है। ऐसे में जिलों में तैनात एडीएम, एसडीएम और अन्य अफसर तबादले के बाद एक महीने भी नहीं टिक पा रहे है और अगली तबादला सूची में उन्हें दूसरा जिला या दूसरी जगह देखनी पड़ रही है। बुधवार देर रात जारी आरएएस की तबादला सूची में भी कुछ ऐसा ही देखने के मिला जब 20 से 30 दिन में ही तबादला कर अफसरों को दूसरी जगह भेज दिया गया।
जानकारों की मानें तो निकाय व पंचायत चुनाव के कारण ही कांग्रेसी विधायकों ने नए अफसरों की क्षेत्र में पोस्टिंग से मना कर दिया। प्रदेश में अगले एक साल चुनाव ही चुनाव हैं। नवम्बर में निकाय, जनवरी-फरवरी में पंचायत चुनाव होंगे। कुछ महीने बाद ही बचे हुए निकायों में चुनाव होंगे। सालभर चुनाव का ही माहौल रहेगा। कांग्रेसी विधायकों के हाथ खींचने का कारण नए अफसरों से ट्यूनिंग को माना जा रहा है। दरअसल, नए अफसरों से ट्यूनिंग बैठाना आसान नहीं होता। सरकार ने कांग्रेसी विधायकों की सुनी और नए अफसरों को भाजपा विधायकों के क्षेत्र में लगाया गया। नए अफसरों में केवल एक अफसर को कांग्रेसी विधायक और पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के क्षेत्र कुम्हेर में पोस्टिंग दी गई है।