इधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उन्होंने बाकी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बातचीत की हैं। पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश सरकार से भी संपर्क में है और वह चाहते हैं कि चाहे छात्र हों या मजदूर, एक बार लॉकडाउन में छूट मिले तो एक साथ नहीं अलग-अलग समय पर इन लोगों को घर पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की भी ऐसी सोच होनी चाहिए क्योंकि जो अलग-अलग राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं या प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं वह एक बार घर जाना चाहते हैं। ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं हो। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए और इन लोगों को अपने घरों तक पहुंचाया जाए। यह काम एक साथ नहीं करके फेज वाइज हो सकता है।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे छात्रों के लिए बसें भेजी हैं, वहीं इस संबंध बिहार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए जाने को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) के तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं, साथ ही प्रदेश के बाहर फंसे गरीब मजदूरों और छात्रों को बेसहारा छोडऩे का आरोप भी लगाया है।