आपको बता दें बीसलपुर बांध की जलक्षमता 315.50 आरएल मीटर है। पिछले साल बांध में बरसात से सिर्फ एक मीटर पानी की ही आवक हुई थी। तब से बांध से कटौती के साथ पेयजल आपूर्ति की जा रही है। अभी बांध का जलस्तर 304.85 आरएल मीटर है। बांध में अगले कुछ ही दिनों का पानी बचा हुआ है। जलदाय मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने विधानसभा में कहा है कि बांध में 31 अगस्त तक का पानी बचा हुआ है। वहीं, बांध में पानी के लगातार गिरते जलस्तर को देखते हुए जलदाय विभाग कंटींजेंसी प्लान बनाने में कवायद में जुट गया है। ताकि जलसंकट की स्थिति को और विकराल होने से रोका जा सके। बांध के कैचमेंट एरिया और बांध के नजदीकी जिलों में अच्छी बारिश होने होने पर ही बांध में बरसाती पानी की आवक होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बांध में इस तरह खत्म हो रहा पानी
19 जुलाई
वाटर लेवल
305.03 आरएल मीटर
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20 जुलाई
वाटर लेवल
305 आरएल मीटर
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21 जुलाई
वाटर लेवल
304.97 आरएल मीटर
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22 जुलाई
वाटर लेवल
304.94 आरएल मीटर
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23 जुलाई
वाटर लेवल
304.91 आरएल मीटर
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24 जुलाई
वाटर लेवल
304.88 आरएल मीटर
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25 जुलाई
वाटर लेवल
304.85 आरएल मीटर
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बनास नदी पर बना है बांध
बीसलपुर बांध राजस्थान के टोंक जिले में 84 वर्ग मील में बनास नदी पर बना है। यह बांध जयपुर, टोंक, अजमेर सहित कई शहरों की प्यास बुझाने के साथ ही सिंचाई की जरूरतों को भी पूरा करता है।टोंक जिले में बीसलपुर गांव पर यह बांध बना हुआ है। यह अपने भगवान गोकर्णेश्वर के प्राचीन मंदिर के लिए प्रसिद्द है। आपको बता दें कि यह बाँध दो चरणों में बनाया गया। पहले चरण का उद्देश्य गाँव के लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाना था जबकि दूसरे चरण का लक्ष्य सिंचाई की सुविधाओं में सुधार लाना रहा है। यह बाँध 574 मीटर लंबा और 39.5 मीटर ऊँचा है।