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जयपुर

दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने छात्रसंघ चुनाव

भाजपा ने एबीवीपी तो कांग्रेस ने एनएसयूआई के उम्मीदवार को जितवाने के लिए कसी कमर

जयपुरAug 30, 2018 / 01:19 pm

Mridula Sharma

jaipur

दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने छात्रसंघ चुनाव

जयपुर. विधानसभा चुनाव से पहले छात्रसंघ चुनाव भी राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गए हैं। भाजपा ने एबीवीपी तो कांग्रेस ने एनएसयूआइ के उम्मीदवार जिताने के लिए कमर कस ली है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यों तो आरएसएस का आनुषांगिक संगठन है, लेकिन भाजपा ने इसको जिताने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भाजपा के संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने आठ से दस नेताओं को छात्रसंघ चुनावों की जिम्मेदारी दी है।
कांग्रेस की ओर से सभी जिलाध्यक्षों को कहा गया है कि जहां भी एनएसयूआइ की ओर से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को जरूरत है, तो उसकी मदद की जाए। एनएसयूआई के वर्तमान पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, पूर्व पदाधिकारी और छात्रसंघ चुनाव लड़ चुके सभी को एनएसयूआइ उम्मीदवारों को जिताने को लेकर चुनाव में जुटने के निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा ने इन्हें सौंपी कमान
राज्य स्तर पर छात्रसंघ चुनावों की मॉनिटरिंग के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी को कहा गया है। जयपुर संभाग की जिम्मेदारी महापौर अशोक लाहोटी को दी गई है। राजस्थान विश्वविद्यालय के लिए जयपुर शहर पूर्व अध्यक्ष शैलेन्द्र भार्गव, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव महेन्द्र सिंह शेखावत को विशेष रूप से लगाया गया है। भरतपुर संभाग की जिम्मेदारी युवा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भूपेन्द्र सैनी को दी गई है। अजमेर संभाग में मीडिया प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक नीरज जैन, प्रेम सिंह बनवासा, कोटा संभाग की जिम्मेदारी जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष जीतेन्द्र मीणा, बीकानेर संभाग की जिम्मेदारी निधि शेखर शर्मा, जोधपुर संभाग की जिम्मेदारी प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच को दी गई है।
ज्यादातर नेता विश्वविद्यालय से ही निकले
दोनों पार्टियों ने जिन नेताओं को छात्रसंघ चुनावों की जिम्मेदारी दी है, उनमें से ज्यादातर नेताओं ने अपने समय में संगठन के लिए काम किया है। वे छात्रसंघ चुनावों में या तो अध्यक्ष रहे या फिर छात्रसंघ के किसी पद पर रहे हैं।
कांग्रेस में जुटे पदाधिकारी, बनी रणनीति
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को सभी पदाधिकारी जुटे और एनएसयूआइ के उम्मीदवारों की जीत को लेकर रणनीति तय की गई। बाद में राजस्थान विश्वविद्यालय के एनएसयूआई पैनल का स्वागत किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, पूर्व सांसद अश्कअली टाक, पूर्व मंत्री बृजकिशोर शर्मा, विधायक धीरज गुर्जर, प्रदेश कांग्रेस महासचिव ज्योति खण्डेलवाल, जयपुर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास, एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव नीरज कुंदन, एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनियां मौजूद थे। इन नेताओं में कई विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष व अन्य पदों पर चुनाव जीत चुके हैं।
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