नगर निगम चुनाव में तीनों शहरों की कुल छह नगर निगमों में बोर्ड बनाने का दावा करने वाली भाजपा के लिए अब एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। चुनावी सरगर्मियों के बीच वरिष्ठ नेताओं के एक के बाद एक कोरोना संक्रमित होने से पार्टी की चिंताएं बढ़ गई हैं। कोटा शहर में तो चुनाव प्रचार का मुख्य जिम्मा संभालने वाले सांसद और चुनाव प्रभारी विधायक दोनों ही कोरोना संक्रमित होने के बाद क्वारेंटाइन हो गए हैं।
सांसद-विधायक समेत कई वरिष्ठ नेता क्वारेंटाइन
नगर निगम चुनाव के पहले चरण के ख़त्म होते-होते भाजपा नेता संक्रमण का शिकार हुए हैं। प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के अलावा चित्तोड़गढ़ सांसद सीपी जोशी और विधायक किरण माहेश्वरी कोरोना संक्रमित होने के बाद होम क्वारेंटाइन हो गए हैं।
नगर निगम चुनाव के पहले चरण के ख़त्म होते-होते भाजपा नेता संक्रमण का शिकार हुए हैं। प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के अलावा चित्तोड़गढ़ सांसद सीपी जोशी और विधायक किरण माहेश्वरी कोरोना संक्रमित होने के बाद होम क्वारेंटाइन हो गए हैं।
चंद्रशेखर जहां तीनों शहरों के चुनाव में अहम् ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं तो वहीं जोशी के पास जहां कोटा संभाग के संगठन प्रभारी का और किरण माहेश्वरी के पास नगर निगम कोटा उत्तर से चुनाव प्रभारी का दायित्व है। तीनों ही नेता पिछले कई दिनों से चुनावी बैठकों में रणनीति बनाने और घर-घर जाकर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगते नज़र आये थे।
वहीं चंद्रशेखर, जोशी और माहेश्वरी के अलावा उदयपुर सांसद अर्जुन मीणा और बारां भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष व सहप्रभारी आनंद गर्ग भी होम क्वारेंटाइन हैं। इसके अलावा भाजपा के कई पदाधिकारियों की तबीयत खराब चल रही है। इनमें से एक नेता को तो गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरे चरण में होगा असर!
भाजपा नेताओं के कोरोना संक्रमित होने तक तीन शहरों में पहले चरण के चुनाव तो जैसे-तैसे संपन्न हो रहे हैं, पर इन्ही शहरों में दूसरे चरण पर नेताओं के संक्रमित होने से होने वाले ‘नुकसान’ का डर पार्टी को सता रहा है। एक नवम्बर को दूसरे चरण के चुनाव होने हैं, ऐसे में संक्रमित हुए नेताओं को अब होम आइसोलेशन में रहते हुए ही चुनावी रणनीति को अंजाम देना होगा।
भाजपा नेताओं के कोरोना संक्रमित होने तक तीन शहरों में पहले चरण के चुनाव तो जैसे-तैसे संपन्न हो रहे हैं, पर इन्ही शहरों में दूसरे चरण पर नेताओं के संक्रमित होने से होने वाले ‘नुकसान’ का डर पार्टी को सता रहा है। एक नवम्बर को दूसरे चरण के चुनाव होने हैं, ऐसे में संक्रमित हुए नेताओं को अब होम आइसोलेशन में रहते हुए ही चुनावी रणनीति को अंजाम देना होगा।
लापरवाही बरत रहे नेता
कोरोना संक्रमण के बीच हो रहे नगर निगम चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों के नीता जोश में होश खोते दिखाई दे रहे हैं। रैलियों-सभाओं और जनसंपर्क में नेताओं को कोरोना का कोई खौफ नज़र नहीं आ रहा है। सरकार की कोरोना गाइड लाइन की तो जमकर धज्जियां खुद नेता ही उड़ा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच हो रहे नगर निगम चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों के नीता जोश में होश खोते दिखाई दे रहे हैं। रैलियों-सभाओं और जनसंपर्क में नेताओं को कोरोना का कोई खौफ नज़र नहीं आ रहा है। सरकार की कोरोना गाइड लाइन की तो जमकर धज्जियां खुद नेता ही उड़ा रहे हैं।
चुनाव प्रचार के कारण प्रत्याशियों के साथ भीड़ के कारण संक्रमण का खतरा बना हुआ है। चुनावी मेल-मिलाप के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पा रही है। इस कारण कई नेता कोरोना संक्रमित हो गए हैं।