आपको बता दें कि बैठक में CM वसुंधरा राजे, अर्जुन मेघवाल और सी आर चौधरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, राजपाल सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, रामप्रताप समेत कई नेता दोपहर 3 बजे बाद बैठक में भाग लेने पहुँचे। अमित शाह के नेतृत्व में शुरू हुई इस बैठक में आगामी चुनावों के लिए मंथन चला। अमित शाह और सभी नेताओं के बीच बैठक करीब 6 बजे तक चली। इसके बाद अमित शाह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर करीब 20 से 25 मिनट गहरी वार्ता चली।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस वार्ता में दोनों ने साफ़ तौर पर बात की लेकिन अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई। गजेंद्र सिंह शेखावत के नाम पर अब भी संशय बरकरार है। ऐसे में कहना मुश्किल है कि राजस्थान के प्रदेश का अध्यक्ष कब मिलेगा। लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस सप्ताह इस मामले में एक बार और विचार विमर्श के बाद राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया जाएगा।
चूंकि पार्टी इस मामले में अब देरी नहीं करेगी, क्योंकि चुनावी साल होने के कारण पार्टी पर आगामी विधानसभा चुनावों का भी दबाव है ऐसे में प्रदेश में बिना अध्यक्ष के चुनाव करवाने का रिस्क पार्टी नहीं ले सकती है।
आपको बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान के प्रमुख नेताओं को बुधवार को दिल्ली बुलाया था। भाजपा ने प्रत्येक राज्य में लोकसभा चुनावों के लिए एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में राज्य भाजपा कोर कमेटी के अलावा कुछ प्रमुख नेताओं को शामिल किया है। बीजेपी की इस अहम बैठक में प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, पूर्व अध्यक्ष अशोक परनामी, राजस्थान सरकार कई मंत्री शामिल हुए।