वहीं, अब चुनावी मैदान की तस्वीर साफ़ हो गई है। राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। भाजपा की एक उच्च स्तरीय बैठक के उपरांत पार्टी आलाकमान से चर्चा करने के बाद पार्टी ने मंगलवार देर शाम इसकी घोषणा की। बुधवार को नामांकन का अंतिम दिन ही बचा है। यदि किसी अन्य ने नामांकन नहीं भरा तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ( Manmohan Singh ) का राज्यसभा सांसद चुना जाना तय है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को राज्यसभा चुनाव को लेकर एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में भाजपा के प्रमुख पदाधिकारियों के अलावा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया (
Gulab Chand Kataria ), उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड (
Rajendra Rathore ), सतीश पूनिया ( Satish Poonia ) समेत करीब 22 विधायक शामिल हुए। बैठक में ज्यादातर ने यही कहा कि बहुमत नहीं है। ऐसे में उम्मीदवार को उतारने का कोई फायदा नहीं है तो कुछ विधायक बोले की कांग्रेस को वॉक ओवर देने की जगह किसी को उम्मीदवार बनाने में कोई हर्ज नहीं है।
उम्मीदवार उतारने पर जब एक राय नहीं बनी तो कटारिया और राठौड ने दिल्ली बात कर भाजपा के बडे नेताओं को स्थिति से अवगत करवा दिया। इसके बाद फैसला आलाकमान पर छोड दिया गया। देर शाम पार्टी नेताओं ने आपसी चर्चा करने के बाद तय किया कि वे चुनाव मैदान में नहीं जाएंगे।