– रक्तदान के प्रति बढ़ रही है जागरुकता
– गांवों की तुलना में शहरी क्षेत्र के लोग ज्यादा जागरुक
– वर्ष 2018 में 8 लाख 19 हजार 169 लोगों ने किया रक्तदान
– वर्ष 2018 में 13 लाख 46 हजार 515 लोगों को रक्त चढ़ाया
नियमित रक्तदान की आदत लोगों को हाई कॉलेस्ट्रोल, हार्ट प्रॉब्लम, हिमोग्लोबिन की कमी और मोटापा जैसी बीमारियों से बचा सकती है, इसके साथ ही रक्तदान से शरीर को आंतरिक रूप से भी स्वस्थ्य रखा जा सकता है, एक रक्तदाता चार लोगों की जिंदगियों को बचा सकता है, विशेषज्ञों के अनुसार नियमित ब्लड डोनेशन करना हैल्दी रहने का एक अच्छा तरीका भी माना जाता है। ब्लड डोनेशन के बाद एक माह में ही नया ब्लड बन जाता है। नियमित रक्तदान करने से यूरिक एसिड और कोलेस्ट्रोल की मात्रा पर नियंत्रण रहता है। शरीर के अंदर से पुराना रक्त निकल जाने से नए खून का संचार होने लगता है। साथ ही नई लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन होना शुरू हो जाता है।
. अगले एक घंटे तक तेज धूप व गर्मी से बचें
. अगले एक घंटे तक धूम्रपान व तंबाकू का सेवन ना करें
. अगले 24 घंटे तक पर्याप्त पानी व अन्य पेय पदार्थों का भरपूर सेवन करें
. अगले 24 घंटे तक कठोर परिश्रम तथा कसरत से बचें
. रक्तदान के पश्चात तुरंत वाहन ना चलाएं