एडवोकेट दिनेश गर्ग ने पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा की ओर से हाईकोर्ट में याचिका पेश की। कोर्ट ने बसपा और भाजपा विधायक मदन दिलावर की याचिकाएं एक साथ टैग कर दी हैं, जिन पर लंच के बाद एक साथ सुनवाई होगी।
इससे पहले मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और अशोक गहलोत के खिलाफ कोर्ट जाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि बसपा के 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराना असंवैधानिक था। हम मामले को ऐसे ही नहीं जाने देंगे, जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
मायावती ने कहा कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के 6 विधायक चुने गए थे। उस समय हमने कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया, लेकिन दुर्भाग्य रहा कि CM अशोक गहलोत की मंशा ने BSP को काफी नुकसान पहुंचाया। हमने अपने विधायकों से कहा था कि वे विधानसभा में किसी भी तरह की वोटिंग के दौरान कांग्रेस के खिलाफ वोट करें। वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें पार्टी की सदस्यता सस्पेंड कर दी जाएगी।
मायावती के बयान के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनका नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए मंगलवार को फिर उन्हें भाजपा का अघोषित प्रवक्ता करार दिया और कहा कि वह संविधान की हत्या करने वालों की मदद कर रही हैं। प्रियंका ने कहा कि भाजपा के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी किया है, लेकिन ये केवल व्हिप नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट है।