scriptJaipur closed today: जयपुर बंद से 5000 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित | Business of 5000 crores will be affected due to Jaipur bandh | Patrika News
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Jaipur closed today: जयपुर बंद से 5000 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में गुरुवार को प्रदेशभर में बंद का आह्वान किया गया है। व्यापार महासंघ के आह्वान पर जयपुर के बाजार भी बंद रहेंगे। इस बंद से करीब 5000 करोड़ रुपए के कारोबार प्रभावित होने की आशंका है।

जयपुरJun 30, 2022 / 09:31 am

Narendra Singh Solanki

Jaipur closed today: जयपुर बंद से 5000 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

Jaipur closed today: जयपुर बंद से 5000 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में गुरुवार को प्रदेशभर में बंद का आह्वान किया गया है। व्यापार महासंघ के आह्वान पर जयपुर के बाजार भी बंद रहेंगे। इस बंद से करीब 5000 करोड़ रुपए के कारोबार प्रभावित होने की आशंका है। फोर्टी अध्‍यक्ष सुरेश अग्रवाल ने उदयपुर घटना का पुरजोर तरीके से भर्तस्‍ना की है और जयपुर बंद का समर्थन करते हुए व्‍यापारियों से अपने प्रतिष्‍ठान बंद कर विरोध जताने की अपील की है। राजस्‍थान दुकानदार महासंघ के अध्‍यक्ष किशोर टाक ने भी उदयपुर की घटना का विरोध जताते हुए सभी दुकानदारों से अपनी दुकानें बंद रखने की अपील की है।
दूसरी तरफ, उदयपुर में हुई खौफनाक हत्या के बाद बने हालात पर काबू पाने के पहल कदम के रूप में इंटरनेट सेवा बंद करने का विकल्प अपनाया गया है। झूठे-भ्रामक, समाचार और नफरत फैलाने वाली खबरों को वायरल होने से रोकने की दृष्टि से यह भले सही कदम हो, लेकिन इसके आर्थिक, शैक्षणिक, नैदानिक सहित अन्य दुष्प्रभाव है, जिनका विरोध भी किया जा रहा है। बैंकिंग, स्वास्थ्य, शिक्षा, लॉजिस्टिक्स से लेकर लगभग हर क्षेत्र में दो दिन से इंटरनेट आधारित इन सेवाए ठप होने से राजस्थान में मौटे तौर पर प्रदेश में 25 हजार करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। इस व्यापार के प्रभावित होने से राजस्थान सरकार को भी करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लगी है।
इन सेवाओं पर पड़ा सबसे ज्यादा असर
शेयर बाजार ट्रेडिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन ग्रोसरी खरीद और ऑनलाइन शॉपिंग पर नेटबंदी का ताला लगा है। साथ ही ऑनलाइन कैब सर्विस के भी आज नेटबंदी से चक्काजाम है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी के ऑर्डर भी 24 घंटे के लिए बंद है। पेट्रोल पंप पर भी ऑनलाइन और मोबाइल पेमेंट अटके हुए है। ऑनलाइन क्लास पर भी इंटरनेट बंदी से पढ़ाई की छुट्टी हुई है।
चिकित्सा से लेकर चाय-पान की दुकानें भी प्रभावित
सबसे बड़ा नुकसान चिकित्सा जगत में देखने को मिला। चूंकि कई सारे गंभीर बीमारियों की रिपोर्टिंग आनलाइन ही होती है। सैकड़ों गंभीर पेशेंट का रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण चिकित्सक काफी परेशान दिखे। वहीं, डिजिटल लेने देन के बढ़ते प्रभाव के कारण लोगों ने जेब में पैसे रखने काफी कम कर दिए हैं। चूंकि अब चाय-पान की दुकानों में भी डिजिटल पेमेंट की सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं।
नेटबंदी में राजस्थान का देश में दूसरा नंबर
राजस्थान की जनता पिछले कई सालों से नेटबंदी यानी इंटरनेट पर रोक की सजा भुगत रही है। नेटबंदी के लिहाज से राजस्थान देश में दूसरे नंबर का राज्य बन चुका है, क्योंकि पिछले दस सालों में राजस्थान में सर्वाधिक 85 बार इंटरनेट पर सरकारी रोक लागू हो चुकी है। मुद्दा चाहे प्रतियोगी परीक्षा में नकल रोकने का हो या किसी इलाके में तनाव के बाद अफवाहों की रोकथाम का, प्रशासन को सबसे आसान तरीका अगर कोई नजर आता है तो वो है इंटरनेट पर पाबंदी।
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