न्यायिक कार्य बहिष्कार पर जयपुर में वकीलों के साफ तौर पर दो धडे़ बन गए हैं। दिनभर असमंजस की स्थिति बने रहने के बाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जयपुर ने जहां न्यायिक कार्य बहिष्कार स्थगित करने और 28 तक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने का निर्णय किया। इस पर वकीलों का एक तबका नाराज हो गया और हंगामा किया। इससे पहले राज्य सरकार ने महाधिवक्ता सहित सभी सरकारी वकीलों को हड़ताल पर नहीं जाने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश याद दिलाने के लिए परिपत्र जारी किया। अधीनस्थ अदालतों में भी वकीलों ने काली पट्टी बांध विरोध दर्ज कराया।
विरोध के बीच ऐसे ली शपथ रात को कार्यकारिणी के निर्णय के बाद एसोसिएशन ने सूचना जारी की कि 28 मई तक अगर सरकार ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया तो कार्यकारिणी न्यायिक कार्य बहिष्कार पर पुन: विचार करेगी और विरोध के सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा। इस निर्णय के बाद वकीलों ने विरोध जताया और जमकर हंगामा भी किया। कार्यकारिणी ने रात को अचानक बुधवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को भी रद्द कर दिया और शपथ दिलाने के लिए चुनाव अधिकारी अजय कुमार बाजपेयी को बुलाया। उन्होंने रात को ही शपथ दिला दी।
एेसे चला पूरा घटनाक्रम दोपहर में बार एसोसिएशन ने कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई, जिसमे एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय और विधि मंत्री को ज्ञापन दिया गया हैं, इस पर सरकार ने एसोसिएशन से तीन-चार दिन का समय मांगा हैं।