भारतीय मुद्रा जलाने पर कम से कम सात साल की सजा का प्रावधान है। एसीबी के उप महानिरीक्षक डॉ. विष्णुकांत के अनुसार पिण्डवाड़ा में वृत्त भांवरी आरआइ पर्वतसिंह और पिण्डवाड़ा तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन को हिरासत में लिया गया था। आवास की तलाशी व जांच के बाद गुरुवार सुबह दोनों को गिरफ्तार किया गया। अब इन्हें शुक्रवार को पाली स्थित एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि बुधवार को स्वरूपगंज में पिण्डवाड़ा तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए एक लाख रुपए रिश्वत लेते राजस्व निरीक्षक (आरआइ) पर्वतसिंह को एसीबी ने पकड़ा था। इसके बाद एसीबी पिंडवाड़ा में तहसीलदार के सरकारी आवास पर पहुंची तो तहसीलदार ने आवास में खुद को बंद कर लिया। फिर काली कमाई से अर्जित नोटों के पैकेट गैस चूल्हे पर रख जला दिए । एसीबी ने आग बुझाकर अधजले नोट जब्त किए थे, जो करीब 15 से 20 लाख रुपए होने की आशंका है।
एसीबी के अधिकारी समझाते हुए दरवाजा खोलने का आग्रह करते रहे लेकिन तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला। लगभग पौने घंटे तक मशक्कत के बाद आखिर पुलिस और एसीबी ने कटर से दरवाजा तुड़वाया। टीम अंदर पहुंची तो तहसीलदार रसोई में गैस के चूल्हे पर नोटों की गड्डियां जलाता मिला।