स्कूलों को डाउनग्रेड या एफिलिएशन सस्पेंड सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि टीचर्स को रिलीव नहीं करने वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे स्कूलों पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। गौरतलब है कि अब तक टीचर्स को रिलीव नहीं करने वाले स्कूलों पर बोर्ड 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाता था। वहीं बोर्ड स्कूलों को डाउनग्रेड या एफिलिएशन सस्पेंड भी कर सकता है। साथ ही बोर्ड ने निर्देश दिया है कि स्कूल एग्जाम्स को लेकर किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरतें। सीबीएसई इस बार एग्जाम के20 दिन में रिजल्ट जारी करना चाहता है।