तीन कैटेगरी में बांटा उल्लेखनीय है कि बोर्ड ने नौंवी और ग्यारहवी क्लास के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल चेंज प्रक्रिया (School Change Process) को तीन कैटेगरी में बांटा है। स्टूडेंट अब तीन कैटेगरी में एडमिशन ले सकते हैं। वहीं कारणों को भी बोर्ड ने डिफरेंट कैटेगरी में बांटा है। बोर्ड ने अपने लैटर में यह जानकारी दी है कि स्टूडेंट को स्कूल चेंज करने के दौरान बताना होगा कि वो किस कारण स्कूल चेंज कर रहा है। उदाहरण के तौर पर, फैमिली का शिफ्टिंग और ट्रांसफर आदि।
ये हैं खास बिन्दु
– बोर्ड के अनुसार स्कूल प्रक्रिया होने के बाद स्कूल को इस संबंध में एकेडमिक सेशन में 7 अक्टूबर तक रीजनल ऑफिस को डेटा भेजना होगा। – वहीं एकेडिमक सेशन में 15 दिसंबर तक सीबीएसई (CBSE) से एडमिशन को वेरिफाई करवाना होगा।
– पिछले स्कूल से प्रिंसिपल की ओर से रिपोर्ट कार्ड और दस्तावेजों को अटेस्टेड करना भी जरूरी है।
– बोर्ड ने ‘वन गो फॉरमेट’ को तरजीह दी है, यानी स्टूडेंट और स्कूल एक ही बार में स्कूल चेंज (School Change) का आवेदन करें, संशोधन के लिए दोबारा आवेदन करने पर बोर्ड आवेदक को तरजीह नहीं देगा।