ऐसे में आज आखिरी दिन होने के चलते लोग सुबह से ही रजिस्ट्रेशन कराने में जुटे हैं। वहीं दूसरी ओर पिछले 3 दिन से रजिस्ट्रेशन को लेकर सॉफ्टवेयर का सर्वर डाउन चल रहा है। इसके चलते योजना में पंजीकरण कराने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
भाजपा-कांग्रेस की तिथि बढ़ाने की मांग
वहीं दूसरी ओर सर्वर डाउन रहने और अन्य समस्याओं के चलते योजना में रजिस्ट्रेशन कराने से अभी तक वंचित रहे लोगों के लिए योजना में रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाने की मांग की कांग्रेस-भाजपा और कई स्वयंसेवी संगठनों ने की है। इसके लिए मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखकर इसकी तिथि बढ़ाने की मांग की है। हालांकि तिथि आगे बढ़ाने की संभावना कम ही नजर आती है।
इसलिए भी हो रही परेशानी
दऱअसल लोगों की चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन कराने में सबसे बड़ी परेशानी ‘जन आधार कार्ड’ को लेकर है। सरकार की ओर से भामाशाह कार्ड बंद करने के बाद सरकार ने जन आधार कार्ड लागू किए थे लेकिन ज्यादातर लोगों के पास जन आधार कार्ड बने हुए नहीं है और मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का लाभ लेने के लिए पहले जन आधार कार्ड का होना जरूरी है।
ऐसे में पहले जन आधार कार्ड बनवाया जा रहा है और उसके बाद चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। परेशानी ये भी है कि जन आधार योजना का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद जन आधार कार्ड बनने में करीब सप्ताह भर का समय लग रहा है। ऐसे में जब तक जन आधार कार्ड नहीं बन पाएगा तब तक लोग चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने की बार-बार अपील
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री योजना में शत प्रतिशत स्टेशन जाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगातार लोगों से अपील की है। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर भी मुख्यमंत्री अशोक ने लोगों से 30 अप्रैल से पहले-पहले योजना में पंजीकरण कराने की अपील की थी जिससे कि 1 मई से लोगों को योजना का लाभ मिल सके ।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत लाभार्थी को 1 मई से ही योजना का लाभ मिलने लगेगा। योजना के तहत सभी परिवारों को चुने गए निजी और सरकारी अस्पतालों में 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध होगा जिसमें कोरोना का इलाज भी शामिल है। चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले परिवारों को 850 रुपए के प्रीमियम पर 5 लाख तक का सालाना बीमा मिलेगा।