लेक फेस्टिवल के लिए झीलों को भरने के लिए आकोदड़ा बांध से छोड़ा गया पानी बच्चों पर भारी पड़ गया। पानी छोड़े जाने के बाद बूझड़ा नदी के पानी में चार फीट का बहाव होने के कारण बुधवार को करीब 30 बच्चे विद्यालय नहीं जा सके।
पिछोला और फतहसागर को भरने के लिए आकोदड़ा बांध के आउटलेट से पानी छोड़ा गया था। यह पानी बूझड़ा गांव से होते हुए सीसारमा नदी से होकर पिछोला में प्रवेश कर रहा है।
इसके चलते विद्यालय जाने वाले दर्जनों बच्चों की परेशानी बढ़ गई। बूझड़ा के निकट डांग फला के बच्चे रोजाना नदी पार कर नदी के उस पार स्थित प्राथमिक विद्यालय वलाफला जाते हैं, लेकिन बहाव तेज होने के कारण लगभग 30 बच्चे नहीं जा पाए। यही हाल गुरुवार का भी रह सकता है।
ग्रामीण भी हैं परेशान
ग्रामीणों का कहना है बारिश के समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। श्मशान घाट नदी के उस पार होने के कारण बरसात के समय किसी की मौत होने पर बहाव में से होकर अर्थी ले जानी पड़ती है। नदी में तेज बहाव होता है तब शव को पानी उतरने तक घर में ही रखना पड़ता है। इस समस्या से ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन कोई हल नहीं निकला।
अटके रहे बच्चे
सुबह पानी का बहाव तेज था जिससे बच्चे विद्यालय नहीं जा सके। बरसात के समय बहाव तेज होता है, तो निजी वाहन कर बच्चों को स्कूल ले जाया जाता है।
शंकर लाल, वार्ड पंच
Home / Sawai Madhopur / पानी बना बच्चों की परेशानी