scriptबच्चों की रोटी स्कूलों में बंद, तीन लाख बच्चे हो सकते हैं लाभान्वित | Children's bread closed in schools, three lakh children may benefit | Patrika News
जयपुर

बच्चों की रोटी स्कूलों में बंद, तीन लाख बच्चे हो सकते हैं लाभान्वित

विद्यार्थियों को मिड डे मील के पोषाहार में रोटी-सब्जी और दूध मिल रहा था

जयपुरApr 06, 2020 / 01:03 am

jagdish paraliya

Children's bread closed in schools, three lakh children may benefit

Students were getting bread-vegetable and milk in the mid-day meal

बाड़मेर. लॉकडाउन में जरूरतमंद बच्चों की रोटी के लेकर सरकार की चिंता एक मिनट में दूर करने का उपाय सरकार के पास है लेकिन सरकार ने इस पर ताले लगा रखे है। अकेले बाड़मेर जिले में २३ हजार ८८७ क्विंटल चावल और गेहूं जिले की ४ हजार ८०० प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मौजूद है। करीब ३ लाख बच्चों को इसका लाभ एक महीने तक मिल सकता है। एक किलोमीटर के दायरे में विद्यायल होने से जिले के सभी जरूरतमंद विद्यार्थी लाभान्वित हो सकते है।
जिले के सरकारी विद्यालयों में कोरोना के कारण अवकाश कर दिया और २१ मार्च से लॉकडाउन बाद विद्यार्थी विद्यालयों में नहीं गए है। इन विद्यार्थियों को मिड डे मील के पोषाहार में रोटी-सब्जी और दूध मिल रहा था।
फिर तो कोई बच्चा नहीं रहेगा भूखा
जिले में अब कुल गेहूं व चावल बचत में २३ हजार ८८७ क्विंटल है। इसमें १६००० के करीब गेहूं है और शेष चावल है। लिहाजा यह एक महीने के लिए जिले के सरकारी विद्यालयों में नामंाकित बच्चों के लिए एक समय की खुराक का पर्याप्त है। जिले के सभी ३ लाख बच्चों को इससे एक समय का भोजन मिल जाएगा।
गेहूं चावल बचत में है। इसकी सूची मंगवा ली गई है। राज्य सरकार के आदेश के अनुरूप ही किया जाएगा, यह हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं है।
मूलाराम चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो