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जयपुर

गांव से लाकर बालकों को बनाया बंधक,मजदूरी का भुगतान भी नहीं मिला

जयपुर. गांव से लाकर चूड़ी कारखाने में बालकों को बंधक बनाकर काम कराने का मामला (Children were taken hostage by bringing from the village) सामने आया है। पुलिस ने बालकों को मुक्त कराके संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जयपुरAug 07, 2020 / 09:50 am

vinod sharma

गांव से लाकर बालकों को बनाया बंधक,मजदूरी का भुगतान भी नहीं मिला

गांव से लाकर बालकों को बनाया बंधक,मजदूरी का भुगतान भी नहीं मिला

जयपुर. गांव से लाकर चूड़ी कारखाने में बालकों को बंधक बनाकर काम कराने का मामला (Children were taken hostage by bringing from the village) सामने आया है। पुलिस ने बालकों को मुक्त कराके संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कोतवाली पुलिस को मुखबीर से जानकारी मिली कि सिरकीगरों की मस्जिद के पास स्थित चूड़ी कारखाने में बालकों को बंधक बनाया हुआ है। जिस पर एएसआई कृपाल सिंह मौके पर पहुंचे। कारखाने में कुछ बालक काम करते मिले। उन्होंने बालकों को कमरे से बाहर निकाला। पुलिस ने बाल श्रमिकों से पूछताछ की, जिस पर उन्होंने बताया कि उन्हें अलग-अलग गांवों से लाया गया है। एक दलाल के जरिए बाल चूड़ी कारखाने में पहुंचे। चूड़ी कारखाने का मालिक दिन भर चूड़ी फैक्ट्री में काम कराता है, लेकिन पेट भर भोजन भी नहीं दिया जा रहा है। पुलिस ने बालकों से काम कराने वाले आरोपी इल्वाम मियां के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

मजदूरी का भुगतान भी किया
इधर बालकों ने बाद में पुलिस, श्रम विभाग तथा चाइल्ड हैल्प लाइन की समन्वयक को बताया कि चूडी फैक्ट्री का मालिक लॉक डाउन लगने के बाद से उन पर रोजाना काम कराता है। सुबह से लेकर देर रात तक काम करते हैं। लेकिन अभी तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। बाल श्रमिकों की तीन से चार महिने की मजदूरी बकाया चल रही है। फैक्ट्री के अंदर ही उन्हें रखा जाता तथा भोजन भर पेट नहीं दिया जाता। बाल श्रमिकों को किसी से मिलने भी नहीं दिया जाता था। बाल श्रमिकों ने मजदूरी का भुगतान कराने की मांग भी पुलिस अधिकारियों से की है।

जयपुर. बीकानेर जिले में परिचित के घर से वापस लौट रहे युवक की हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। वहीं शव को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। यह वारदात नाल इलाके में आपसी रंजिश के दौरान की गई। नाल सीआई विक्रमसिंह चारण ने बताया कि जयमलसर गांव निवासी महेन्द्र सिंह (३५) पुत्र ओमसिंह गुरुवार गांव में किसी के निधन होने पर शोक प्रकट करके रात में वापस घर जा रहा था। इस दरम्यिान गांव के ही देवेन्द्रसिंह, मानवेन्द्रसिंह, प्रभुसिंह, जेठूसिंह, शिशपालसिंह व पांच-छह अन्य लोग ट्रेक्टर व जीप में आए। आरोपियों ने ट्रेक्टर से महेन्द्र की बाइक को टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया। उसके साथ लाठियों से मारपीट की। आरोपियों ने उस पर ट्रेक्टर चढ़ाने का भी प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों के एकत्रित होने पर वह ट्रेक्टर लेकर भाग गए। युवक को गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार अलसुबह उसका दम टूट गया।

वारदात के बाद गांव में दहशत का माहौल है। लोग घरों में दुबक गए। वहीं कई लोग मृतक महेन्द्र के घर के पास जमा हो गए। गांव में एहतिहात के तौर पर पुलिस ने पुलिस बल तैनात किया है। वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजनों ने आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।

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