चीन की उपराष्ट्रपति सुन चुनलन ने कोराना वायरस संदिग्धों पर डोर-टू-डोर कार्रवाई को पीपुल्स वॉर करार दिया है। सुन ने इसे युद्धकाल की संज्ञा दी है। सोशल मीडिया साइटस पर वायरल वीडियो में लोहे के पाइपों से लैस सरकारी कारिंदे संदिग्धों को घरों से खींच कर निकाल रहे हैं। वुहान में इस प्रकार की कई घटनाएं हुई हैं।
कभी भीड़भाड़ और चहलपहल वाले चीन के कई शहर अब कोरोना वायरस के भय के कारण भुतहा हो गए हैं। शहरों में लॉकडाउन, फ्लाइट्स रद्द होने, बंद फैक्ट्री और स्कूल के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश ऑफिस भी बंद हैं, लोग घरों से ही काम कर रहे हैं।
वुहान में हर 20 में से 1 संक्रमित
चीन के शहर वुहान में हर 20 में से एक व्यक्ति कोराना वायरस से संक्रमित है। वुहान की जनसंख्या 1.1 करोड़ है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के प्रोफेसर एडम कहारस्की के अनुसार वर्तमान ट्रेंड को देखते हुए आशंका है कि फरवरी मध्य के बाद स्थिति और विकट होंगी।
दुनिया का हाल
– बांग्लादेश की सरकारी एयरलाइंस बिमान के क्रू ने चीन की उड़ान भरने से किया इनकार। बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल मोमिन ने कहा कि ऐसे में हमने 171 बांग्लादेशियों को चीन में ही रह कर इंतजार करने को कहा है।
– सिंगापुर ने फ्लू मैनेजरों की नियुक्ति की। म्यांमार ने कहा कि वो अपने नागरिकों को चीन से अप्रेल तक ही निकाल पाएगा।
– यूएई में कोराना संक्रमण के दो और मामले सामने आए। अब कुल संख्या सात हुई।
– अमरीका ने भी चीन से आने वाले विदेशियों की एंट्री पर रोक लगा दी है।
– मंगलवार से शुरू होने वाले सिंगापुर एयरशो से 70 संभागीयों ने नाम वापस ले लिए हैं। इसमें अमरीकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन भी शामिल है।
– ब्रिटेन ने शनिवार को अपने 200 नागरिकों के आखिरी जत्थे को एयरलिफ्ट किया। ब्रिटेन ने अपने सभी नागरिकों को चीन से निकाला।