एडीजी पालीवाल ने बताया कि राजगढ़ निवासी अनिल शर्मा को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। जबकि उसके भाई कपिल सहित आधा दर्जन आरोपी अभी फरार चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि 22 मई को राजगढ़ में शराब बेचने की बात को लेकर हुए झगड़े में आरोपी और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। गोली लगने से बस ऑपरेटर राजेन्द्र गढ़वाल की मौत हो गई थी। वारदात में राजेन्द्र का बेटा सुनील और उसका साथी विनोद घायल हो गए थे। आरोपियों की तलाश में जयपुर एसओजी के एएसपी करण शर्मा टीम के साथ राजगढ़ में डेरा डाले हुए थे।
मोहल्ले में शराब बेचने पर हुआ था विवाद एडीजी पालीवाल ने बताया कि राजेन्द्र बस ऑपरेटर होने के साथ अवैध शराब भी बेचता था। वहीं कपिल और अनिल ने सांझे में अंग्रेजी शराब का ठेका ले रखा था। ये भी मोहल्ले में अवैध शराब बेचते थे। अवैध शराब बेचने की बात को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा होता था। राजेन्द्र व उसके साथियों ने अनिल व कपिल की पिटाई भी कर दी थी। मारपीट का बदला लेने के लिए उन्होंने राजेन्द्र व उसके साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी।