ऐसा कम होता है जब राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शनिवार को हो। दूसरा ये कि सदन में ये पहली बार होगा कि केंद्र सरकार के एक कानून को सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का समर्थन मिलेगा, जबकि दूसरे कानून के खिलाफ सत्ता पक्ष सदन में प्रस्ताव लेकर आएगा। सत्ता पक्ष के इस कदम से विधानसभा में जमकर हंगामा बरपेगा।
दरअसल एससी-एसटी आरक्षण को बढ़ाने वाले 126 वें संशोधन और सीएए कानून पर विधानसभा में प्रस्ताव पास किए जाएंगे। जहां एससी-एसटी आरक्षण को बढ़ाने वाले 126 वें संशोधन के प्रस्ताव को पक्ष और विपक्ष मिलकर पास कर देगी।ठीक उसके बाद दूसरा प्रस्ताव केंद्र सरकार के लोकसभा और राज्यसभा से पास हुए सीएए कानून के खिलाफ आएगा, जो सत्ताधारी दल कांग्रेस की ओर से लाया जाएगा।
उस पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा और उसके सहयोगियों के साथ उनका टकराव होना तय है। सीएए कानून के विरोध में प्रदेश सरकार प्रस्ताव लाएगी, वहीं विपक्षी दल भाजपा सीएए के समर्थन में अपनी बात जमकर रखने का प्रयास करेगी।
ऐसे में आज के दिन जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी तो केंद्र के कानूनों पर दो अलग-अलग पॉलिसी प्रदेश की सत्ताधारी दल कांग्रेस अपनाती नजर आएगी। अब यह देखना रोचक होगा कि एक ही दिन उसी केंद्र सरकार के पक्ष में सत्ता और विपक्ष मिलकर कानून को सहमति देते हुए प्रस्ताव पास करेंगे।
उसके तुरंत बाद सीएए कानून को लेकर सत्ता पक्ष विरोध में खड़ा होगा तो विपक्षी पार्टी भाजपा पक्ष में।हालांकि सत्ताधारी दल के पास आंकड़ों के लिहाज से पूरा बहुमत है। ऐसे में सीएए के खिलाफ लाया जाने वाला प्रस्ताव वो आसानी से पास भी करवा लेगी। उसके बाद सत्र फरवरी माह के पहले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दिया जाएगा।