पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर इनके मंत्रियों के बयानों एवं व्यवहार में सुजानगढ़, सहाड़ा और राजसमंद उपचुनावों में कांग्रेस की होने वाली बड़ी हार की बौखलाहट दिख रही है। ये सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम, जनता के आशीर्वाद और मोदी सरकार की कल्याणकारी नीतियों से भाजपा तीनों सीटें जीतेगी। पूनियां ने कहा कि राजनेताओं के द्वार आम जनता की पीड़ा सुनने के लिए होते हैं, पर शायद कांग्रेस नेताओं को बाड़े और बाड़ेबंदी पसंद है, इसलिए शिक्षा मंत्री खुद के घर को ‘नाथी का बाड़ा’ बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि इधर असम के कट्टरपंथियों की बाड़ेबंदी कर खिदमद की जा रही है और घर पधारे शिक्षकों को बेइज्जत कर रहे हैं। आपको बता दें कि गोविन्द सिंह डोटासरा ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देने आवास पर पधारे स्कूल लेक्चरर के साथ अमर्यादित व्यवहार करते हुए कहा था कि यहां तुम्हें किसने बुलाया, मेरे घर को नाथी का बाड़ा समझा है क्या ?