राजस्थान में गरमा रहे फिल्म पानीपत के विवाद ( panipat Controversy ) पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने भी प्रतिक्रिया दी है। सीएम गहलोत ने फिल्म में उठे विवाद पर चिंता ज़ाहिर करते हुए डिस्ट्रीब्यूटर्स से फिल्म का विरोध जाता रहे लोगों से संवाद करने की अपील की है।
ये लिखा सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा, ‘फिल्म बनाने से पहले किसी को भी किसी के व्यक्तित्व को सही परिप्रेक्ष्य में दिखाना सुनिश्चित करना चाहिए ताकि विवाद की नौबत नहीं आए। मेरा मानना है कि कला का, कलाकार का सम्मान हो परंतु उनको भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी जाति, धर्म, वर्ग के महापुरुषों और देवताओं का अपमान नहीं होना चाहिए।’
एक दूसरे ट्वीट में सीएम गहलोत ने लिखा, ‘फिल्म में महाराजा सूरजमल जी के चित्रण को लेकर जो प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए थी। सेंसर बोर्ड इसमें हस्तक्षेप करे और संज्ञान ले। डिस्ट्रीब्यूटर्स को चाहिए कि फिल्म के प्रदर्शन को लेकर जाट समाज के लोगों से अविलम्ब संवाद करें।’
‘पानीपत’ पर भरतपुर बंद
फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म पानीपत में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर महाराजा सूरजमल की गलत छवि पेश करने के विरोध में जाट समाज की ओर से सोमवार को भरतपुर बंद का आह्वान किया गया।
फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म पानीपत में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर महाराजा सूरजमल की गलत छवि पेश करने के विरोध में जाट समाज की ओर से सोमवार को भरतपुर बंद का आह्वान किया गया।
उधर केबिनेट मंत्री विश्वेंन्द्र सिंह ने चेतावनी दी कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाएं वरना कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा, यह अत्यंत दुख की बात है कि ऐतिहासिक तत्थों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरुष का चित्रण पानीपत फिल्म में बेहद गलत तरीके से किया गया है। इससे जाट समुदाय में भारी रोष है।