दरअसल पहले यूडीएच-एलएसजी एप्लीकेशन तैयार करने के लिए निविदा जारी करने वाले थे। इसके लिए निविदा प्रपत्र भी तैयार कर लिया गया था। मगर इस काम पर मोटी राशि खर्च हो रही थी। जिस पर स्टेट लेवल स्टेयरिंग कमेटी ने डीओआईटी की मदद लेने का फैसला किया था। अब निकायों में पहले से चल रही कम्प्यूटर एप्लीकेशन को ही डीओआईटी के माध्यम से डवलप किया जाएगा। इस पर यूडीएच-एलएसजी को एक धेला भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। विभाग अपने बजटीय प्रावधान से ही यह एप्लीकेशन विकसित करेगा।
आपको बता दें कि इस बार कोरोना की वजह से अभियान का ज्यादातर काम आॅनलाइन होगा। ऐसे में सरकार सोशल मीडिया पर ज्यादा जोर दे रही है। पहले नई आईटी एप्लीकेशन बनाई जानी थी, लेकिन समय ज्यादा लगने और खर्चा ज्यादा होने की वजह से सरकार ने वर्तमान में चल रही आईटी एप्लीकेशन से ही काम करवाने का निर्णय किया है।