मीणा ने कहा कि राहुल गांधी 2016 में डेल्टा मेघवाल के परिजनों से मिलने बाड़मेर आए और न्याय की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने का भरोसा दिया, लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस इस परिवार को भूल गई। नियमानुसार इस परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता मिलनी चाहिए थी, लेकिन अभी मात्र 90 हजार रुपए की राशि उन्हें मिली है। डेल्टा के पिता ने बैंक व साहुकारों से कर्ज लेकर और अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर मुकदमा लड़ा है। सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब देना चाहिए कि डेल्टा के परिजनों को अभी तक पूरी सहायता राशि क्यों नहीं मिली। यह भी बताना चाहिए कि राहुल गांधी ने राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पीड़िता के परिवार से कितनी बार संपर्क किया और क्या मदद की। भाजपा राजनीतिक पर्यटन के खिलाफ रही है और हमेशा रहेगी।