scriptपशुओं में लंपी रोग को लेकर सीएम गहलोत ने आज फिर बुलाई समीक्षा बैठक, रोकथाम पर होगा मंथन | CM Gehlot called review meeting again regarding lumpi disease | Patrika News
जयपुर

पशुओं में लंपी रोग को लेकर सीएम गहलोत ने आज फिर बुलाई समीक्षा बैठक, रोकथाम पर होगा मंथन

आज दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री आवास पर प्रस्तावित है बैठक, पशुओं में तेजी से फैल रही लंपी रोग की रोकथाम में मुख्यमंत्री केंद्र से भी मांग चुके सहयोग, मंत्रियों ने भी प्रभार वाले जिलों में जिला प्रशासन के साथ ली बैठक

जयपुरAug 14, 2022 / 11:27 am

firoz shaifi

ashok gehlot

ashok gehlot

जयपुर। गोवंश और पशुओं में तेजी से फैल रहे लंपी रोग लाख कोशिशों के बावजूद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के कई जिलों में पशुधन लंपी रोग की चपेट में है, पशुपालन विभाग की ओर से कई प्रयास भी किए जा रहे हैं पशुओं को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयां भी दी जा रही हैं। वहीं इस बीमारी को लेकर सरकार भी पूरी तरीके से अलर्ट है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से 5 मई को लंपी रोग की रोकथाम को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज समीक्षा बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री आवास पर दोपहर 12 बजे प्रस्तावित समीक्षा बैठक में पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा, मुख्य सचिव उषा शर्मा भी शामिल होंगी।

साथ ही कई अन्य मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही बैठक से जुड़ेंगे। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज होने वाली बैठक में लंपी रोग की रोकथाम को लेकर चर्चा करेंगे। साथ ही अभी तक सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का फीडबैक भी अधिकारियों से लेंगे।

बैठक के दौरान पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कृषि और पशुपालन विभाग की ओर से दुधारू, गोवंश और पशुओं को दी जा रही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयों की जानकारी भी देंगे। इसके अलावा बीमारी से अब तक कितने पशुधन का नुकसान हुआ है उसकी भी जानकारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को देंगे।


मंत्रियों से भी फीडबैक लेंगे मुख्यमंत्री

इधर अपने-अपने प्रभार वाले जिलों के दौरे पर गए मंत्रियों से भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठकों का फीडबैक लेंगे कि किन किन जिलों में इस बीमारी का प्रकोप ज्यादा है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में सभी मंत्रियों को अपने अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर लंपी रोग को लेकर अधिकारियों के साथ बैठकर करने के निर्देश दिए थे।

 

5 अगस्त को भी सीएम ने दिल्ली से ली थी समीक्षा बैठक
इससे पहले 5 अगस्त को भी दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजय कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लंपी रोग को लेकर बैठक ली थी और जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया था कि वह लंपी रोग की रोकथाम में अपनी भूमिका निभाएं और अपने क्षेत्रों में दौरा करके पशुपालकों को जागरूक करें।

साथ ही सीएम ने संक्रमित पशुओं के उपचार में जुटे चिकित्सकों, वेटरनरी स्टाफ और विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि सरकार लंपी स्किन रोग की रोकथाम के लिए धन की कोई कमी नहीं आने देगी और जिस तरह से कोरोना प्रबंधन सभी के सहयोग से किया था उसी तरीके से लंपी रोग पर भी प्रभावी नियंत्रण पाएंगे।

समीक्षा बैठक के दौरान पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री को बताया था कि 1 अगस्त को संक्रमण दर 21.20% थी जो कि 4 अगस्त घटकर सिर्फ 5.61 फ़ीसदी रह गई है।

 

केंद्र से भी मांगा था सहयोग
इधर 11 अगस्त को दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लंपी रोग की रोकथाम के लिए केंद्रीय डेरी और पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला से भी मुलाकात करके पशुओं में फैल रहे लंपी रोग पर चर्चा करते उनसे सहयोग मांगा था, जिस पर मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया था कि केंद्र सरकार इस मामले में पूरा सहयोग करेगी।


लंपी रोग की रोकथाम के लिए 500 पदों पर दी थी भर्ती की मंजूरी
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 10 अगस्त को भी लंपी रोग जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए प्रभावित जिलों में आवश्यक अस्थाई आधार पर 500 पदों भर्ती की मंजूरी दी थी और जल्दी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि सरकार की ओर से दवाइयां, चिकित्सकों, एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यकताओं के धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी सरकार हर समय पशुपालकों के साथ खड़ी है।

वीडियोः- Lampi virus Skin Desease

https://youtu.be/yjAcmQbPqvE
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो