अपने निवास पर आज ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के उद्घाटन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम चल रहा है, हमने पीएम मोदी से फ्री वैक्सीन की मांग की है, लेकिन केंद्र ने फ्री वैक्सीन की मांग नहीं मानी। अब राज्य अपने स्तर पर ग्लोबल टेंडर कर रहे हैं, अब इसके लिए राज्यों में ही कंपीटिशन हो रहा है।
ग्लोबल टेंडरिंग केंद्र सरकार को करनी चाहिए थी। अगर हमने वैक्सीन की या ऑक्सीजन की कोई मांग की है तो वह शिकायत नहीं है उसे फीडबैक समझा जाना चाहिए, लेकिन नीचे के स्तर पर इस मुद्दे को लेकर बयानबाजी शुरू हो जाती है।
निजी अस्पतालों पर सीएम का हमला
वहीं मुख्यमंत्री ने निजी अस्पतालों की मनमर्जी और मनमाने पैसे वसूलने पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बाद अब ब्लैक फंगस आ गया है, लेकिन फिर भी कुछ लोग फायदा उठा रहे हैं। कुछ अस्पताल भी कमाने से चूके नहीं रहे। हमने चिरंजीवी योजना के जरिए लोगों को पांच लाख तक बीमा कराया था, लेकिन कुछ अस्पताल मनमर्जी कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि हमारे चार विधायक कोरोना के चलते चले गए और तीन अभी अस्पताल में भर्ती है।
सभी को मिलकर लड़ना होगा
वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ये समय राजनीति करने का नहीं है बल्कि सभी को एकजुट होकर कोरोना से लड़ना है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती भामाशाहों, समर्पण और संस्कार की धरती है। शेखावत ने सीएम ने समक्ष कई मांगें रखीं। जैसे की हर सीएचसी में 10 बैड का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए।
यही लक्ष्य लेकर हमने आगे बढ़ना होगा, सरकार काम कर रही है, लेकिन उसकी एक सीमा है। समाज को इस काम में आगे आना चाहिए। हमने प्रोटोकॉल की पालना में चूक की, पता नहीं भविष्य में खतरा किस रूप में आ जाए इसलिए अभी से इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करना चाहिए।
वीसी के जरिए उद्घाटन
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोपहर 12.15 बजे अपने निवास पर 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव निरंजन आर्य, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। तो वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत वर्चुअल तौर पर जुड़े। दरअसल प्रदेश भर में भारतीय जैन संगठन की ओर से 37 स्थानों पर 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स स्थापित किए गए थे जिसका आज मुख्यमंत्री का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान जैन संगठन के पदाधिकारी भी वर्चुअल तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रहे।