दांडी मार्च में गांधीवादी विचारक और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। प्रदेश के कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से दांडी मार्च 91वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ये कार्यक्रम किया जा रहा है। दांडी मार्च के साथ ही महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। साथ ही जवाहर कला केन्द्र में खादी चरखा प्रदर्शनी एवं कार्यशाला, कला शिविर, कला धारा की प्रस्तुति सहित अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
गौरतलब है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को नमक सत्याग्रह के लिए अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा शुरू की थी और 240 किलोमीटर की यात्रा कर 6 अप्रैल 1930 को दांडी समुद्र तट पर नमक बनाकर अंग्रेजों की ओर से बनाए गए नमक कानून को तोड़ा था।
इस मार्च में महात्मा गांधी के साथ सभी वर्गों एवं जातियों के लोग शामिल थे। महात्मा गांधी के साथ 81 सत्याग्रहियों ने 240 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर दांडी में नमक कानून तोड़ा था। दांडी मार्च में 3 सत्याग्रही राजस्थान (तत्कालीन राजपूताना क्षेत्र) के मदनमोहन चतुर्वेदी, सुल्तान सिंह एवं नारायण दत्त भी शामिल थे।