स्कूल टाइम में संचालित होते है कोचिंग संस्थान
यहां जाकर देखा तो कक्षा 10 वीं, 11वीं व 12वीं की कोचिंग चल रही थी। संस्थान के संचालक डॉ. पुष्पराज व बच्चों से पूछताछ की तो पता चला कि संस्थान में कक्षाएं सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक चलती है जो नियमानुसार गलत है, जबकि बच्चों का पंजीयन अन्य निजी स्कूलों में हो रहा है। नियमानुसार कोचिंग संस्थान विद्यालय समय बाद संचालित होने चाहिए। इसके बाद संस्था प्रधान चंद्रेश शर्मा ने आदर्श नगर स्थित उत्कर्ष क्लासेज में दबिश दी। यहां कक्षा 1 से 8 वीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। कक्षा-कक्ष इतने छोटे थे कि छात्र-छात्राएं सही तरह से बैठ भी नहीं पा रहे थे। संचालक रामकुमार मीणा ने बताया कि संस्थान सुबह 9 से शाम 6 बजे तक संचालित हो रहा है।
Patrika .com/tags/fake-school/”>fake school for profit” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/14/dilip_vanvani_02_4834514_835x547-m_1_4835248-m.jpg”>बच्चों को ही नहीं पता की उनका प्रदेश किस स्कूल में कोचिंग संस्थान के संचालक से पूछा कि छात्र-छात्राएं कौन से स्कूल के हैं तो संचालक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद कक्षा तीसरी की छात्रा मुस्कान व कक्षा चौथी में पढऩे वाली दीपिका, संगीता से पूछा तो उन्होंने बताया कि वे इसी कोचिंग संस्थान में अध्ययन करती हैं। इसके अलावा उन्होंने कही भी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है। इस पर संस्था प्रधान चंदे्रश शर्मा ने फर्जी स्कूल चलने की आशंका व्यक्त की है। इसी तरह से जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक रामनारायण मीणा ने बताया कि कोचिंग संस्थानों की जांच को लेकर पांच टीमों का गठन किया है। टीमें एक या दो दिनों में जांच कर रिपोर्ट देगी। फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों का प्रवेश किसी अन्य स्कूल में जांच का विषय है संस्था प्रधान चंद्रेश शर्मा ने बताया कि नियमानुसार कोचिंग संस्थानों का संचालन विद्यालय समय के बाद का है लेकिन कार्रवाई के दौरान कोचिंग संस्थानों पर दबिश दी तो पता चला कि कोचिंग संस्थान सुबह विद्यालय समय में संचालित हो रहे हैं, जबकि बच्चों का प्रवेश किसी अन्य स्कूल में हो रहा है। कोचिंग संस्थानों की आड़ में फर्जी निजी स्कूलों का संचालन हो रहा है। इसको लेकर जांच की जाएगी। यदि जांच में संचालक दोषी पाए तो उच्चाधिकारियों को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
नियमों को ताक में रखकर चल रहे कोचिंग संस्थान
पीईईओ को जांच के आदेश बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर फर्जी निजी स्कूल व नियमों को ताक में रखकर कोचिंग संस्थान चलाने को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मनफुल मीणा ने गंभीरता से लिया है। इसको लेकर उन्होंने जिले की 221 पंचायतों में सभी पीईईओ को कोचिंग संस्थानों व निजी स्कूलों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रथम व द्वितीय को भी दबिश देकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पीईईओ को जांच के आदेश बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर फर्जी निजी स्कूल व नियमों को ताक में रखकर कोचिंग संस्थान चलाने को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मनफुल मीणा ने गंभीरता से लिया है। इसको लेकर उन्होंने जिले की 221 पंचायतों में सभी पीईईओ को कोचिंग संस्थानों व निजी स्कूलों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रथम व द्वितीय को भी दबिश देकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
निजी स्कूल व कोचिंग संस्थानों की जांच को लेकर सभी पीईईओ व अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रथम व द्वितीय को लिखा है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -रामपाल मीणा, सहायक निदेशक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय