बता दें कि कांग्रेस ने नए कृषि कानूनों के विरोध एवं किसान आंदोलन के समर्थन में किसान बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत रविवार को जयपुर में धरना दिया। धरना गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर दिया गया। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री डाॅ रघु शर्मा, कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी सहित कई मंत्री एवं पार्टी के विधायक एवं पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।
मोदी सरकार किसानों की सुन नहीं रहीः गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत कहा कि उन्हें खुशी हैं प्रदेश कांग्रेस ने यह धरना आयोजित किया है। 39 दिन हो गए कि कड़ाके की ठंड में देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केन्द्र सरकार की संवेदनहीन की पराकाष्ठा हैं कि किसान थक जाएंगे और मुद्दा समाप्त हो जाएगा। उन्होंने किसानों को समझदार बताते हुए कहा कि वे शांतिपूर्वक एवं भाईचारे के साथ आंदोलन कर रहे हैं और किसानों के साथ देश के साढ़े छह लाख गांवों में बैठे लोगों की भावना हैं। उन्होंने कहा कि वक्त आने पर कि मोदी एवं शाह की गलतफहमी निकल जाएगी और उन्हें लेने के देने पड़ जाएंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत कहा कि उन्हें खुशी हैं प्रदेश कांग्रेस ने यह धरना आयोजित किया है। 39 दिन हो गए कि कड़ाके की ठंड में देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केन्द्र सरकार की संवेदनहीन की पराकाष्ठा हैं कि किसान थक जाएंगे और मुद्दा समाप्त हो जाएगा। उन्होंने किसानों को समझदार बताते हुए कहा कि वे शांतिपूर्वक एवं भाईचारे के साथ आंदोलन कर रहे हैं और किसानों के साथ देश के साढ़े छह लाख गांवों में बैठे लोगों की भावना हैं। उन्होंने कहा कि वक्त आने पर कि मोदी एवं शाह की गलतफहमी निकल जाएगी और उन्हें लेने के देने पड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को पूरे किसानों की किस्मत का फैसला करने का अधिकार नहीं हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार को फासीवादी सरकार बताते हुए कहा कि यह सरकार देश को बर्बाद करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि हमें देश को एक रखना हैं। इन लोगों को लोकतंत्र में यकीन नहीं हैं और तानाशाह की प्रवृत्ति रखते हैं। जनता को ताली एवं थाली बजवाकर हिन्दु राष्ट्र की बात करते हैं। ये देश को बर्बाद कर रहे हैं और हिन्दु और मुसलमान में बांटने का काम कर रहे हैं। उनकी नीयत ठीक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने से लेकर अब तक कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई हैं और कहा जा रहा है कि पिछले सत्तर साल में कांग्रेस ने क्या किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की मुखबरी करने वाले लोग हमें पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार इन लोगों ने किसानों से पंगा लिया हैं। किसानों को कोई भड़का नहीं रहा हैं और वे समझदार है। हालात गंभीर हैं, इसलिए कांग्रेस किसानों को संदेश देना चाहती हैं कि देश, प्रदेश एवं कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता उनके संघर्ष के साथ एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ी तो किसान आंदोलन के समर्थन में वे बोर्डर पर भी आ जायेंगे।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा डोटासरा ने केन्द्र सरकार पर अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसलिए वह किसानों की नहीं सुन रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी किसानों के साथ कांग्रेस के होने पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने भूमि अधिगृहण संशोधन बिल को वापस लेना पड़ा था और अब नए कृषि कानूनों को भी वापस लेना पड़ेगा। जब तक ये कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी रहेगी। इस मौके पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास एवं राजस्व मंत्री हरीश चौधरी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।