हम चाहते थे कि भाजपा सरकार गुर्जर आरक्षण के मुद्दे पर निर्णय करें। लेकिन BJP की मंशा गुर्जरों को आरक्षण देने की नहीं थी। जबकि उस समय राज्य और केंद्र दोनों में उनकी ही सरकार थी। यदि भाजपा सरकार चाहती तो सवर्ण आरक्षण की तरह गुर्जरों को भी आरक्षण दिया जा सकता था।
मंत्री डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री Ashok Gehlot गुर्जरों के आंदोलन को लेकर काफी चिंतित है। उनकी आेर से भेजा गया प्रतिनिधिमंडल लगातार वार्ता की कोशिश कर रहा है। सरकार चाहती है कि गुर्जर नेता एक प्लेटफॉर्म पर आकर वार्ता करें।
डोटासरा ने माना कि आंदोलन के कारण आमजन को बहुत परेशानी होती है। इसलिए आमजन परेशान ना हो, सरकार की प्राथमिकता है कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन के मुद्दे पर सकारात्मक कार्रवाई हो। यह बात डोटासरा ने शिक्षा संकुल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर धर्म के आधार पर राजनीति करने और लोगों को बांटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी।
पिछली सरकार ने शिक्षा विभाग को बनाया प्रयोगशाला डोटासरा ने कहा कि पूर्व सरकार ने शिक्षा विभाग को प्रयोगशाला बना दिया। उन्होंने जो ढांचा बिगाड़ा है, उसे सही करने में कुछ समय लगेगा। साथ ही पिछली सरकार ने राजनैतिक र्दुभावना के साथ जो निर्णय लिया है, उन सभी पर विस्तृत समीक्षा कराई जा रही है। जो निष्कर्ष निकलेगा उसे मुख्मयंत्री स्तर पर पहुंचाया जाएगा। उसके बाद जो निर्देश मिलेगा, उसी के आधार पर विभाग आगे का रोडमैप बनाकर काम करेगा।