-हमारी नीयत-नीति पर मुहर उल्लेखनीय है कि प्रदेश में जयपुर, जोधपुर एवं कोटा जिले के छह नगर निगमों के चुनाव परिणाम के बाद गहलोत ने कहा था कि जनता ने हमारे प्रयासों, हमारी नीति, हमारी नीयत पर मोहर लगाई है, जबकि डोटासरा ने कहा था कि निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत राज्य सरकार के सुशासन पर जनता की मुहर है। छह निगमों में जयपुर के अलावा जोधपुर उत्तर में कांग्रेस तथा दक्षिण में भाजपा को बहुमत मिला है, जबकि कोटा में कोटा उत्तर नगर निगम में कांग्रेस को बहुमत मिला जबकि दक्षिण में कांग्रेस एवं भाजपा दोनों को 36-36 बराबर सीटे मिली हैं।
-जयपुर, जोधपुर, कोटा को टुकड़ों में बांटकर गाल बजा रही कांग्रेस पूनियां ने कहा है कि जयपुर, जोधपुर और कोटा को टुकड़ों में बांटकर कांग्रेस खुद के गाल बजा रही है। उन्होंने सभी छह निगमों के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का ताजा झूठ जनता के सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि निगम चुनावों में प्रदेश की जनता के जनादेश पर राज्य सरकार के मुखिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, इनके मंत्रियों को स्पष्टीकरण ही नहीं सूझ रहा है। परिसीमन से प्रारंभ की गई मतदान की धांधलियों के बावजूद जनता ने कांग्रेस के कुशासन को नकार दिया है।
-तुष्टीकरण की राजनीति डॉ. पूनियां ने कहा कि यह सभी जानते हैं कि तुष्टीकरण की राजनीति करके जयपुर, जोधपुर, कोटा को टुकड़ों में बांटने के बाद भी कांग्रेस के लिए आशानुरूप परिणाम नहीं आए, फिर भी गहलोत और डोटासरा मन ही मन प्रसन्न हो रहे हैं और खुद के गाल बजा रहे हैं। राज्य में कांग्रेस की सत्ता के विरुद्ध भाजपा कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत कर सत्ता से संघर्ष कर जीत हासिल की है। परिसीमन में गडबडिय़ां, सत्ता का दुरुपयोग, मतदान में धांधली के बाद भी नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं गए, साफ है कि कांग्रेस सरकार के पतन की शुरुआत हो गई है।