हालांकि दावेदारों पर मंथन की कवायद 16 फरवरी से शुरू होनी थी, लेकिन पुलवामा आतंकी हमले के चलते बैठकों को टाल दिया गया था, लेकिन अब माह के आखिरी तारीख से लेकर मार्च के पहले सप्ताह तक बैठकों का दौर चलेगा, जिसमें पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट, सह प्रभारी विवेक बंसल, काजी निजाम और तरुण कुमार और पार्टी के संगठन महामंत्री वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल दावेदारों के नामों पर मंथन कर नामों को शॉर्ट लिस्ट करेंगे।
तय होंगे प्रत्याशी चयन के मापदंड
सूत्रों की मुताबिक बैठकों में प्रत्याशी चयन को लेकर मापदंड भी तय किए जाएंगे,इसमें 2014 में प्रत्याशी रहे नेताओं, विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों को लोकसभा चुनाव लड़ाने या नहीं लड़ाने पर पर विचार होगा। इसके अलावा मौजूदा विधायकों को लेकर भी चर्चा होगी, क्योंकि पार्टी का एक तबका वर्तमान विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़ाने के पक्ष में जबकि एक तबका विधायकों को चुनाव लड़ाने के पक्ष में नहीं, इसके अलावा पिछला लोकसभा चुनाव बड़े अंतर से हारे प्रत्याशियों को भी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ाने पर विचार हो सकता है लेकिन फिर भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधायकों के नामों पर विचार करने से बचने के लिए कहा है. इसके अलावा जो लगातार दो या दो से ज्यादा बार चुनाव हार चुके हैं ऐसे उम्मीदवारों को मौका मिलना मुश्किल है. वहीं पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी फाइल पैनल की घोषणा लोकसभा चुनावों के आस-पास ही करेगी.